नई दिल्ली, 6 दिसंबर (The News Air) आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली में बड़ी संख्या में वोट कटवाने की भाजपा की साजिश का सनसनीखेज खुलासा किया। उन्होंने मीडिया सबूतों के जरिए साबित किया कि किस तरह भाजपा दिल्ली में बड़े पैमाने पर आम आदमी पार्टी के समर्थकों के वोट कटवा रही है। उन्होंने मांग की है कि 18 अक्टूबर के बाद से दिल्ली चुनाव तक एक भी वोट काटने की अनुमति न दी जाए। भाजपा की यह करतूत लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। चुनाव आयोग से हम इस वोट डिलीशन घोटाले की जांच की मांग करते हैं। उन्होंने शाहदरा विधानसभा में वोट काटने के लिए भाजपा की ओर से आए आवेदन को दिखाते हुए कहा कि भाजपा ने 11,018 वोट काटने के लिए आवेदन दिया है। जब हमने इसमें से 500 लोगों को जांच कराई तो पाया कि इनमें से 372 (75 फीसद) लोग जीवित हैं और उसी पते पर आज भी रह रहे हैं। इस दौरान वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, सांसद राघव चड्ढा और जितेंद्र सिंह शंटी भी मौजूद रहे।
दिल्ली के लोगों के ख़िलाफ़ बीजेपी द्वारा रचा जा रहा बहुत बड़ा षड्यंत्र। @ArvindKejriwal जी की Press Conference LIVE https://t.co/uC1ywPaZin
— AAP (@AamAadmiParty) December 6, 2024
हमने 11018 आवेदनों में से 500 की जांच की तो 372 लोग ऐसे मिले जो जीवित हैं और उसी पते पर रह रहे हैं – केजरीवाल
पार्टी मुख्यालय में यह खुलासा करते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शाहदरा विधानसभा में भाजपा ने पिछले एक महीने के अंदर 11,018 वोट कटवाने की एप्लीकेशन दी है। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने मीडिया में वो सारे एप्लीकेशन दिखाए। जिसमें हर पेज के ऊपर भाजपा के पदाधिकारी के दस्तखत हैं। भाजपा ने बकायदा अपने लेटर हेड के ऊपर वोट कटवाने के लिए आवेदन दिया है। उन्होंने कहा कि यह लोग 11 हजार लोगों के वोट कटवाने की एप्लीकेशन बीते एक-डेढ़ महीने में पहले से ही दे चुके हैं। और यह सिलसिला जारी है। हर दूसरे-तीसरे दिन आते हैं और हजार- पांच सौ लोगों के वोट कटवाने की एप्लीकेशन दे जाते हैं। चुनाव तक पता नहीं अकेले शाहदरा में ही और कितने वोट कटवाएंगे।भाजपा ने इन आवेदनों में कहा है कि यह 11,018 लोग या तो शिफ्ट हो गए हैं या मर गए हैं। हमारे लिए इतने कम समय में सारे 11018 आवेदनों की तहकीकात करना संभव नहीं था, इसलिए हमने इसमें से यूं ही 500 लोग छांटे। इनमें से कई लोग कच्ची कालोनियों और झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोग हैं। कई बार इनका पता मिलना मुश्किल हो जाता है। हमें कई पते नहीं मिले, लेकिन जो पता मिला उसमें 500 में से 372 लोग ऐसे मिले जो वहीं रह रहे हैं।
भाजपा ने जिनके वोट कटवाने की एप्लिकेशन दी है, उनमें ज्यादातर लोग “आप” के वोटर हैं – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने उन सभी 372 लोगों के नाम और पते की सूची दिखाते हुए कहा कि हमने इन लोगों का पता लगाया है, जिनके नाम भाजपा की लिस्ट में शामिल हैं कि उनके नाम काट दिए जाएं। क्योंकि उनका कहना है कि ये लोग कहीं और बस गए हैं या शिफ्ट कर गए हैं। जबकि ये लोग आज भी वहीं रह रहे हैं। इसका मतलब 500 में से 372 लोग, उसके अलावा कई लोग ऐसे भी थे जिनके पते नहीं मिले। यानि इसका मतलब है कि 75 फीसद इनकी लिस्ट गड़बड़ है। हमने तो 500 लोगों का एक सैंपल साइज लिया था। उसमें जब हमने देखा तो 372 लोग सही मिले। इसका मतलब जो 11 हजार लोगों की लिस्ट दी गई है। उसमें 75 फीसद से ज्यादा लोग अपनी जगह सही हैं। वह लोग वहीं रह रहे हैं। जिनका वोट कटवाने के लिए उनका नाम जाला गया है। कई लोगों के पते नहीं मिले। हो सकता है अगर उनके पते मिल जाते तो बाकी भी मिल जाते। जब हमने इन लोगों से पूछा तो इसमें से अधिकतर हमें आम आदमी पार्टी के वोटर मिले।
शाहदरा में 1,86,362 वोटर हैं, भाजपा 11 हजार (6 फीसद) वोट कटवाना चाहती है, जबकि पिछली बार “आप” यहां से मात्र 5,294 वोट से जीती थी, फिर चुनाव का क्या मतलब?- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शहादरा विधानसभा में कुल 1 लाख 86 हजार 362 वोट हैं। इसमें से भाजपा 11 हजार वोट कटवाना चाहती है। यानि एक ही विधानसभा से 6 फीसद वोट डिलीट करवाने का आवेदन चुनाव आयोग के पास आ चुका है। अभी पता नहीं कितनी और आएंगी। अगर आप एक विधानसभा से 6 फीसद वोट कटवा देंगे तो चुनाव का मतलब ही क्या रह जाएगा? वो भी ऐसे लोगों के वोट जो रह रहे हैं, जिनकी मृत्यू नहीं हुई है। पिछली बार आम आदमी पार्टी शहादरा विधानसभा से मात्र 5,294 वोट से जीती थी। और ये लोग हमारे 11 हजार वोट कटवा रहे हैं।
चुनाव आयोग की भूमिका भी संदिग्ध, उसकी बेवसाइट पर अब तक वोट काटने के मात्र 487 एप्लिकेशन अपलोड हैं, इसका मतलब 11 हजार आवेदनों पर चोरी-छिपे काम चल रहा है – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि इसमें चुनाव आयोग की भूमिका बहुत संदिग्ध है। चुनाव आयोग का एक नियम है। रोजाना जितने लोगों के वोट कटने का आवेदन आता है। चुनाव आयोग को उसकी जानकारी अपनी वेबसाइट पर फॉर्म नंबर 10 में डालनी होती है।, और बताना होता है कि वह उसपर कार्रवाई कर रहा है। लेकिन आपको बड़े आश्चर्य की बात है कि कल (गुरुवार) तक चुनाव आयोग की वेबसाइट पर शहादरा विधानसभा से मात्र 487 आवेदन हटाने के लिए दिखाई जा रही है। इसका मतलब भाजपा ने जो 11 हजार आवेदन दिए हैं, उसपर चोरी-छिपे काम चल रहा है। चुनाव आयोग ने उसे अपनी वेबसाइट पर नहीं डाला है। जबकि 11 हजार आवेदन अकेले भाजपा ने दी हैं, यानि चुनाव आयोग भाजपा द्वारा किए गए आवेदनों को अपनी वेबसाइट पर दिखा ही नहीं रहा है। जबकि चुनाव आयोग उसपर कार्रवाई शुरु कर चुका है। उसका सबूत यह है कि चुनाव आयोग ने 22 नवंबर को यह आदेश पास किया है। जिसमें चुनाव आयोग भाजपा की लिस्ट को अटैच करके कह रहा है कि भाजपा की जितनी एप्लीकेशन आई हैं उसपर कार्रवाई की जाए। यह चुनाव आयोग का आदेश है।
चुनाव आयोग और भाजपा मिलकर सरेआम देश के नागरिकों से वोट का अधिकार छीन रहे हैं- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वोट डालने का अधिकार, हमारे देश में हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। अगर उससे वह अधिकार ही छीन लिया जाएगा तो इस देश के नागरिक होने का कोई मतलब नहीं रह जाता। बाबा साहब अंबेडकर ने कहा था कि चाहे कोई किसी धर्म, जाति का हो, लेकिन हर व्यक्ति को वोट डालने और अपनी सरकार चुनने का अधिकार है। चुनाव आयोग और भाजपा मिलकर देश के नागरिकों से सरेआम यह अधिकार छीन रहे हैं। लोग सुबह-सुबह वोट डालने जाते हैं और वहां जाकर पता चलता है कि उनका वोट कटा हुआ है। उनका वोट नहीं मिलता। वो चीखते हैं, चिल्लाते हैं। मीडिया दो बाइट ले लेता है उसके बाद मामला दब जाता है। सरकारें बन जाती हैं। अब पता चल रहा है कि सरकारें कैसे बनती हैं। हमने अखबारों में बहुत पढ़ा था कि कांग्रेस या शिवसेना यही आरोप लगा रही है। हरियाणा और महाराष्ट्र में बड़े स्तर पर क्या हुआ मुझे नहीं पता। लेकिन इस खुलासे के बाद एक शक तो होता है कि कुछ तो गड़बड़ हुई है।
भाजपा दिल्ली में अपनी बुरी देख रही है, इसलिए वो “आप” का वोट कटवा कर चुनाव जीतना चाहती है, लेकिन दिल्लीवाले इस षडयंत्र को सफल नहीं होने देंगे- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि भाजपा दिल्ली की जनता से बुरी तरह डरी हुई है। दिल्ली की जनता भाजपा से बहुत नाराज है। जिस तरह भाजपा ने पूरी दिल्ली में कानून व्यवस्था का बेड़ा गर्क कर दिया। खुलेआम मां-बहनों की इज्जत लूटी जा रही है। खुलेआम गोलियां चल रही हैं। दिल्ली को गैंगस्टर्स की राजधानी बना दिया है। दिल्ली के लोग भाजपा को मजा चखाना चाहते हैं और भाजपा को भी पता है कि वो बुरी तरह से हार रही है। इसलिए अब अंत-पंत में उन्होंने यह तरीका ढूंढा है कि आम आदमी पार्टी के ढेरों वोट कटवाओ और चुनाव जीतो। लेकिन आज के इस खुलासे के बाद दिल्ली के लोगों को भी बहुत गुस्सा आएगा। दिल्ली की जनता किसी भी हालत में इस षड़यंत्र को सफल नहीं होने देगी।
जब चुनाव आयोग ने घर-घर घूमकर सारी जांच कर ली तो भाजपा के आवेदन पर 11 हजार वोट क्यों काटे जा रहे हैं? – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज चुनाव आयोग की साख दाव पर है। मैं चुनाव आयोग से हाथो जोड़कर विनती करता हूं कि पूरी दिल्ली के हर विधानसभा में कितने वोट चोरी-छिपे तरीके से काटने की चाल चली जा रही है, इसे आज शाम तक अपनी वेबसाइट पर डाल दे। किस विधानसभा में कितने वोट काटने के लिए चोरी-छिपे काम चल रहा है। वह सारी डीटेल आज शाम तक चुनाव आयोग की वेबसाइट पर डाले जाएं। दूसरा, 28 अगस्त से लेकर 18 अक्टूबर तक दो महीने चुनाव आयोग ने ‘’समरी रिवीजन किया था। समरी रिवीजन के वक्त किसी भी चुनाव से पहले चुनाव आयोग अपने अधिकारी घर-घर यह पता करने के लिए भेजता है कि कहां और कौन-कौन से वोट शिफ्ट हो गए, किसकी मृत्यू हो गई। 28 अगस्त से 18 अक्टूबर तक दो महीने घर-घर भेजकर अपनी कार्रवाई की। अब क्या बच गया। 18 अक्टूबर के बाद अगर भाजपा 11 हजार वोट कटवा रही है तो इसका मतलब कुछ तो गड़बड़ है। या तो चुनाव आयोग ने इन दो महीने के अंदर अपना काम ठीक से नहीं किया। दो महीने में अगर चुनाव आयोग ने घर-घर घूमकर सारी कार्रवाई कर ली तो भाजपा के आवेदन पर किस हिसाब से यह 11 हजार वोट काटे जा रहे हैं? हमारी मांग है कि 18 अक्टूबर के बाद चुनाव तक दिल्ली के अंदर कोई भी वोट नहीं काटा जाना चाहिए। मान लीजिए कोई आदमी शिफ्ट हो गया , तो इससे क्या फर्क पड़ जाएगा? लेकिन अगर किसी सही आदमी का वोट कट गया तो वो आदमी तो वोट डालने से वंचित हो जाएगा। इसलिए हमारी मांग है कि दिल्ली के अंदर अब वोटों का डिलीटेशन बंद किया जाए। कोई भी वोट न काटा जाए।
अधिकारियों को चेतावनी, गलत मत करना, दस्तखत तुम्हारे हो रहे हैं, जो गलत करेगा, उस पर कार्रवाई होगी – केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने आगाह करते कहा कि भाजपा का यह अधिकारी जिसने वोट कटवाने के लिए आवेदन डाला है, हम इसपर कानूनी कार्रवाई करेंगे और चुनाव आयोग से भी इसकी मांग करेंगे। इसके ऊपर कानूनी कार्रवाई बनती है। भारतीय न्याय संहिता की धारा 174, धारा 318, धारा 217, धारा 196 और धारा 61 के तहत हम कार्रवाई करेंगे। इन्होंने लोगों का प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 31, धारा 125 और धारा 136 का उल्लंघन किया है। इसके अलावा जितने भी बीएलओ, एई आरओ, रिटर्निंग अधिकारी है, उनको भी मैं चेतावनी देता हूं कि, “गलत काम मत करना, दस्तखत तुम्हारे हो रहे हैं, सरकारे आती-जाती रहती हैं, लेकिन कागज पक्के रहते हैं। आज नहीं तो कल जेल तुम जाओगे। जो गलत काम करेगा उपर एक्शन होगा।”
केजरीवाल ने 14 विधानसभाओं में वोट काटने के लिए आए हजारों आवेदनों के आंकड़े रखे, बताया संदिग्ध
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि चुनाव आयोग ने आदेश दिया है कि भाजपा की इन सारे आवेदनों पर कार्रवाई हो। लेकिन उसने अपनी वेबसाइट पर इसकी डीटेल नहीं डाली। इसके पीछे चुनाव आयोग की क्या मंशा है? इसका मतलब यह है कि चुनाव आयोग चोरी-छिपे भाजपा के सारे आवेदनों के ऊपर काम कर रहा है। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर देखें तो दिल्ली की 14 विधानसभाओं की डीटेल है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के हिसाब से जनकपुरी विधानसभा में 6247 वोट हटाने के आवेदन आए हैं। इसी तरह संगम विहार में 5862, आरके पुरम में 4285, पालम में 4031, द्वारका में 4013, तुगलकाबाद में 3987, ओखला में 3933, करावल नगर में 2957, लक्ष्मी नगर में 2147, मुस्तफाबाद में 2051, विकासपुरी में 1923, उत्तम नगर में 1807, कृष्णा नगर में 1631 और मटियाला में 1561 आवेदन दिए गए हैं। चुनाव के डेढ़ महीने इतने इतने सारे वोट हटाने के आवेदन कौन दे रहा है? यह तो मैंने वो आंकड़े बताए हैं जो चुनाव आयोग की वेबसाइट पर है। लेकिन वेबसाइट के बाहर और पता नहीं कितने वोट काटने के लिए आवेदन के ऊपर चुनाव आयोग चोरी-छिपे काम कर रहा है। यह जनतंत्र के लिए बड़ा खतरा है।
भाजपा ने जिनके नाम काटने के लिए आवेदन दिया है, केजरीवाल ने उनमें से कुछ को किया मीडिया के सामने पेश
इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने उन लोगों को मीडिया के सामने पेश किया, जिनके नाम काटने के आवेदन दिए गए हैं। जबकि वो लोग मौजूद हैं और वहीं रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सब लोगों को तो नहीं ला पाए, लेकिन कुछ लोग हमारे सामने मौजूद हैं। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने एक-एक करके उन सभी लोगों से बात की, जिनका वोट कटवाने के लिए भाजपा ने आवेदन दिया है। उन्होंने उपेंद्र कुमार नाम के व्यक्ति से बात की और उनसे पूछा कि क्या वह अभी भी अपने उसी पते पर रहते हैं, इसपर उपेंद्र कुमार ने अपना वोटर आईडी कार्ड दिखाते हुए कहा कि वह अभी भी इसी पते पर रहते हैं। इसी तरह अंबेडकर नगर में रहने वाली उमा देवी ने भी अपनी वोटर आईडी कार्ड दिखाते हुए कहा कि वह अभी भी उसी पते पर रह रही हैं। इसके बाद शंभू कुमार नामक व्यक्ति ने अपना वोटर आईडी कार्ड दिखाते हुए बताया कि कार्ड में जो पता लिखा है वह उनका खुद का घर है और वह आज भी अपने पूरे परिवार के साथ वहां रहते हैं। लेकिन भाजपा ने उनके पूरे परिवार का वोट कटवा दिया। इसी तरह सुनील कुमार, सुकेश कुमार समेत कई और लोगों ने अपना वोटर आईडी कार्ड दिखाते हुए बताया कि आज भी वह इसी पते पर रह रहे हैं। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह सभी लोग जिंदा हैं और आज भी वहीं रह रहे हैं। लेकिन इन 11 हजार जीवित और मौजूद लोगों के वोट कटवाने के लिए भाजपा ने चुनाव आयोग में अर्जी दे दी और चुनाव आयोग चोरी-छिपे बिना लोगों को पता, बिना वेबसाइट पर डाले इनके वोट काटने की साजिश रच रहा है।
भाजपा चुनाव हारने की डर से लोगों को आजादी के पहले वाले दौर में पहुंचा रही है- मनीष सिसोदिया
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि महात्मा गांधी, भगत सिंह और लाखों शहीदों ने आजादी की लड़ाई इसलिए लड़ी थी कि देश के लोगों को अपनी सरकार चुनने का अधिकार मिले, वोट देने का अधिकार मिले। इस तरह तो भाजपा चुनाव हारने के डर से लोगों को आजादी के पहले वाले दौर में पहुंचा रही है। इस तरह से भाजपा उन शहीदों की आत्मा के साथ भी गद्दारी कर रही है। लोगों का वोट बना हुआ है और भाजपा चोरी छिपे चुनाव आयोग से वोट कटवाकर देश को आजादी से पहले के दौर में ले जा रही है। अंग्रेजी राज चला रखा है क्या? इस पर चुनाव आयोग संज्ञान ले और पूरे अधिकार का इस्तेमाल करते हुए इन सब बदमाशियों को रोके।
कितने मतों के अंतर से “आप” जीती है, उससे दो से चार गुना वोट भाजपा कटवा रही है – राघव चड्ढा
सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि शाहदरा विधानसभा में पिछले 2020 के चुनाव में, जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की एक लहर थी, तब लगभग 5200 वोटों से हम ये सीट जीते थे। हमारा 5200 वोटों का वोटिंग मार्जिन था। आज जो हमारे हाथ दस्तावेज लगे हैं, वो दिखाते हैं कि 11 हजार से ज्यादा वोट काटने के आवेदन पत्र भाजपा जमा करा चुकी है। यह दिखाता है कि विधानसभा दर विधानसभा आम आदमी पार्टी के वोट सिस्टमैटिक ढंग से कटवाए जा रहे हैं। इसका पूरा आंकलन किया जा रहा है कि कितना वोटिंग मार्जिन थे, कितने वोट से मार्जिन से आम आदमी पार्टी जीती, तो उससे दो, तीन या चार गुना वोट कटवा दें ताकि चुनाव फ्री एंड फेयर ना हों। यह चुनावी मशीनरी से छेड़छाड़ का प्रतीक है। यह दिखाता है कि भाजपा अपनी हार भी कबूल कर चुकी है कि वे आने वाले 2025 के विधानसभा चुनाव सही ढंग से तो नहीं जीत सकती, तो इस प्रकार के हथकंडे अपनाकर चुनावों को प्रभावित किया जाए।
भाजपा सिर्फ किसी का वोट नहीं कटवा रही है, बल्कि किसी के मौलिक अधिकारों का हनन भी कर रही है – जितेंद्र सिंह शंटी
वहीं, इस मौके पर जितेंद्र सिंह शंटी ने कहा कि वोट देना मौलिक अधिकार है। अरविंद केजरीवाल ने अंबेडकर कैंप की बात की है। यह अंबेडकर कैंप 42 साल पहले मेरे सामने बना था। मेहनत, मज़दूरी करने वाले प्रवासी लोग यहां आकर रहे। कुछ छतरपुर के परिवार से, मध्य प्रदेश से, कुछ उत्तर प्रदेश के थे तो बाद में राजस्थान के हो गए। पिछले चार दिन से मेरे घर पर अपने कार्ड हाथ में लेकर 200 ज्यादा ऐसे लोग आए, जिनके नाम लिस्ट में हैं। यह सिर्फ मत नहीं काटा जा रहा है बल्कि यह किसी के मौलिक अधिकारों का हनन भी हो रहा है। जो सुविधाएं उनको पहले से ही मिल रही है, चाहे वो किसी भी प्रकार की हो, ये शायद उसको भी कटवाना चाहते हैं। यह बहुत तरीके से किया गया काम है। अगर मेरे घर में किसी की मृत्यु हुई है या मेरे किसी बच्चे की शादी हुई और वो शिफ्ट हो गया है। उसके लिए जाकर फॉर्म भरना मेरा अधिकार है कि मेरे पिताजी की मौत हो गई है। साथ में डेथ सर्टिफिकेट लगेगा। अगर शादी हो गई है तो जहां वो शादी के बाद गए हैं, वहां का सर्टिफिकेट लगेगा। तब जाकर वोट कटते हैं। किसी के लिखकर दे देने से वोट नहीं कटते हैं। अगर आनन-फानन में ये वोटें काटी जाती हैं तो इसका मतलब है कि कहीं ना कहीं दाल में कुछ काला है या फिर पूरी दाल ही काली है। क्योंकि इतनी भारी संख्या में वोट काट देना, यह बहुत आश्चर्यजनक बात है। वो बेचारे अपनी मेहनत, मजदूरी के साथ वहां पर रह रहे हैं। उनका मौलिक अधिकार छीन लीना, यह मानव अधिकार के भी खिलाफ है। इसलिए यह जो कदम उठाया जा रहा है, यह बिल्कुल ठीक उठाया जा रहा है?