Kedarnath Yatra Suspension – केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक अहम सूचना सामने आई है। उत्तराखंड (Uttarakhand) पुलिस ने रविवार को जानकारी दी कि सोनप्रयाग (Sonprayag) से केदारनाथ (Kedarnath) जाने वाले पैदल मार्ग पर फिलहाल यात्रा पर रोक लगा दी गई है। ये रोक जंगलचट्टी (Junglechatti) के पास मलबा और पत्थर गिरने के कारण लगाई गई है, जिससे रास्ता पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इस कारण से सोनप्रयाग से आगे जाने की अनुमति अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई है।
रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) पुलिस के अनुसार, जो श्रद्धालु पहले ही मार्ग पर निकल चुके हैं, उनकी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके साथ ही पुलिस ने केदारनाथ धाम की ओर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रा के लिए फिलहाल प्रतीक्षा करें। पुलिस ने यह जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर साझा की।
हेलीकॉप्टर हादसे के बाद हेली सेवाएं भी बंद
रविवार को केदारनाथ के पास एक निजी कंपनी का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें पायलट समेत सात लोगों की जान चली गई। मृतकों में राजस्थान (Rajasthan) के जयपुर (Jaipur) निवासी पायलट राजवीर सिंह चौहान (Rajveer Singh Chauhan) और बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (Badrinath-Kedarnath Mandir Samiti) के एक प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
इस हादसे के बाद उत्तराखंड सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए चारधाम (Char Dham) की सभी हेली सेवाओं को सोमवार (Monday) तक पूरी तरह से बंद कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने राज्य में हेली सेवा संचालन में सुधार के लिए ‘कमांड एंड कोऑर्डिनेशन सेंटर’ (Command & Coordination Center) की स्थापना की घोषणा भी की है।
इस सेंटर में नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA), राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Department), नागर विमानन विभाग (Civil Aviation), यूसीएडीए (UCADA) और हेली ऑपरेटर कंपनियों के अधिकारी तैनात किए जाएंगे। साथ ही सभी हेली ऑपरेटर और पायलटों के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उड़ान अनुभवों की जांच भी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सभी संबंधित एजेंसियों की बैठक के बाद ही हेली सेवाओं को पुनः शुरू किया जाएगा।
श्रद्धालुओं के लिए अलर्ट
श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे वर्तमान मौसम और यात्रा मार्ग की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही अपनी यात्रा की योजना बनाएं। केदारनाथ धाम की ओर जाने वाले सभी मार्गों की सुरक्षा और स्थिति की समीक्षा के बाद ही दोबारा यात्रा शुरू की जाएगी।