Kapil Sharma Firing Case: दिल्ली पुलिस ने सात समुंदर पार कनाडा में कॉमेडियन कपिल शर्मा के कैफे पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग की साजिश का पर्दाफाश कर दिया है। क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए इस हमले के मुख्य साजिशकर्ता और कुख्यात गैंगस्टर बंधु मान सिंह को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है।
दिल्ली पुलिस को यह बड़ी सफलता तब मिली जब उन्होंने खुफिया जानकारी के आधार पर जाल बिछाया। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किया गया आरोपी बंधु मान सिंह गोल्डी ढिल्लू गिरोह का एक कुख्यात अपराधी है, जिसके खिलाफ पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
इस गिरफ्तारी से पुलिस को उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय अपराध सिंडिकेट की कई परतों से पर्दा उठेगा। पुलिस ने आरोपी के पास से एक चाइनीज पिस्तौल और जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं, जो उसकी खतरनाक मंशा को जाहिर करते हैं।
चाइनीज पिस्तौल और गहराता शक
गैंगस्टर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। जांच एजेंसियों का मुख्य फोकस उसके अंतरराष्ट्रीय गैंग कनेक्शनों को खंगालना है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दिल्ली में बैठकर उसने कनाडा में इतनी बड़ी वारदात की साजिश कैसे रची और इसके पीछे कौन-कौन लोग शामिल थे।
मामले की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कनाडा के सरे (Surrey) इलाके में स्थित कपिल शर्मा के ‘कैप्स कैफे’ (Caps Cafe) को एक बार नहीं, बल्कि तीन बार निशाना बनाया गया था।
तीन बार हमले और संसद तक गूंज
कपिल शर्मा के कैफे पर हमलों का सिलसिला पिछले साल जुलाई में शुरू हुआ था। सबसे पहले 10 जुलाई को अज्ञात हमलावरों ने कैफे पर फायरिंग की। इसके बाद अपराधी यहीं नहीं रुके, 7 अगस्त और फिर 16 अक्टूबर को कैफे पर दो और हमले किए गए। गनीमत यह रही कि इन तीनों ही घटनाओं में कोई घायल नहीं हुआ।
इन हमलों ने कनाडा की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। मामला इतना बढ़ गया कि इसकी गूंज कनाडा की संघीय सरकार तक पहुंची और वहां की संसद में भी इस पर चर्चा हुई। इन घटनाओं ने वहां रह रहे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
‘मुंबई जैसी पुलिस कनाडा में नहीं’
हाल ही में मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान कपिल शर्मा ने इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उन्हें भारत और मुंबई में कभी भी असुरक्षा महसूस नहीं हुई। उनका मानना है कि कनाडा की पुलिस और वहां के नियमों के पास शायद ऐसी घटनाओं को कंट्रोल करने की उतनी शक्ति नहीं है, जितनी मुंबई पुलिस के पास है।
कपिल शर्मा ने कहा, “मुंबई जैसा कोई दूसरा शहर नहीं है। मैंने यहां कभी डर महसूस नहीं किया।” हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि गोलीबारी की खबर फैलने के बाद उनके कैफे में आने वाले लोगों की संख्या और बढ़ गई है। उनका कहना है कि “भगवान मेरे साथ हैं, तो सब ठीक है।”
लॉरेंस गैंग की धमकी और सोशल मीडिया पोस्ट
कैफे पर हुई फायरिंग के बाद लॉरेंस गैंग ने खुलकर इसकी जिम्मेदारी ली थी। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुई थी जिसमें लिखा था, “वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह।” पोस्ट में दावा किया गया कि सरे में कैप्स कैफे पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी कुलबीर सिद्धू और गोल्डी ढिल्लू लेते हैं।
इस पोस्ट में साफ तौर पर धमकी दी गई थी कि जो लोग बॉलीवुड में धर्म के खिलाफ बोलते हैं या अवैध काम करके पैसे नहीं देते, वे तैयार रहें। गोली कहीं से भी आ सकती है। यह धमकी सीधे तौर पर फिल्म इंडस्ट्री और वहां काम करने वाले लोगों के लिए एक खतरे की घंटी थी।
कनाडा सरकार का सख्त एक्शन
इस मामले में कनाडा सरकार ने भी कार्रवाई करते हुए फायरिंग में शामिल तीन आरोपियों को डिपोर्ट (निर्वासित) करने का आदेश जारी किया था। इन तीनों के तार पंजाब से जुड़े बताए गए हैं। यह कार्रवाई ‘कनाडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी’ (CBSA) द्वारा की गई थी।
जांच में सामने आया कि यह हमला ब्रिटिश कोलंबिया में पंजाबी मूल के व्यवसायियों से जबरन वसूली करने वाले एक नेटवर्क का हिस्सा था। अब दिल्ली पुलिस द्वारा मुख्य साजिशकर्ता की गिरफ्तारी से इस नेटवर्क की कमर टूटने की उम्मीद है।
मुख्य बातें (Key Points)
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दिल्ली पुलिस ने कपिल शर्मा के कैफे पर फायरिंग के मुख्य आरोपी बंधु मान सिंह को गिरफ्तार किया।
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कनाडा के सरे स्थित ‘कैप्स कैफे’ पर 10 जुलाई, 7 अगस्त और 16 अक्टूबर को तीन बार हमले हुए थे।
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कपिल शर्मा ने कहा कि उन्हें मुंबई में सुरक्षित महसूस होता है, कनाडा की पुलिस उतनी सक्षम नहीं है।
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लॉरेंस बिश्नोई गैंग और गोल्डी ढिल्लू ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए हमले की जिम्मेदारी ली थी।






