JUNE WPI: रिटेल महंगाई पर झटका लगने के बाद सरकार को थोक महंगाई के मोर्चे पर थोड़ी राहत मिली है। आज 14 जुलाई को आए आंकड़ों के मुताबिक जून महीने में देश की थोक महंगाई दर यानी WPI मई के -3.48 फीसदी से घटकर -4.12 फीसदी पर आ गई है। हालांकि इसके -3.6 फीसदी पर रहने का अनुमान किया गया था। 14 अक्टूबर 2015 के बाद WPI अपने सबसे निचले स्तर पर रही है। यानी जून में होल सेल महंगाई करीब 8 साल के निचले स्तर पर आ गई है। आज आए आंकड़ों से पता चलता है कि लगातार तीसरे महीने होलसेल महंगाई निगेटिव रही है।
खाने-पीने की चीजें हुई महंगी
महीने दर महीने आधार पर प्राइमरी आर्टिकल्स WPI-1.79 फीसदी से घटकर -2.87 फीसदी पर रही है। वहीं, खाने-पीने की चीजों की WPI मई के -1.59 फीसदी से बढ़कर -1.24 फीसदी पर रही है।
लू की थोक महंगाई घटी, मैन्यूफैक्टर्ड प्रोडक्ट्स की बढ़ी
जून 2023 में फ्यूल & पावर की WPIमई के -9.17 फीसदी से घटकर -12.63 फीसदी पर रही है। वहीं, मैन्यूफैक्टर्ड प्रोडक्ट्स की WPI मई के-2.97 फीसदी से बढ़कर -2.71 फीसदी पर रही है। जून में आलू की थोक महंगाई मई के -18.71 फीसदी से घटकर -21.27 फीसदी पर आ गई है।
कोर WPI मई के -2.10 फीसदी से बढ़कर -2.0 फीसदी पर रही
जून में प्याज की थोक महंगाई मई के -7.25 फीसदी से बढ़कर -4.31 फीसदी पर रही है। जबकि अंडे, मांस की थोक महंगाई मई के 2.07 फीसदी से बढ़कर 2.74 फीसदी पर रही है। वहीं, इस अवधि में सब्जियों की थोक महंगाई मई के -20.12 फीसदी से घटकर -21.98 फीसदी पर रही है। जून में कोर WPI मई के -2.10 फीसदी से बढ़कर -2.0 फीसदी पर रही है।