Jalandhar Grenade Attack Mastermind Arrested : पंजाब के जालंधर (Jalandhar) में भाजपा (BJP) के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोरंजन कालिया (Manoranjan Kalia) के घर पर हुए ग्रेनेड हमले को लेकर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई सामने आई है। इस हमले के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया गया है। पंजाब पुलिस (Punjab Police) और दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के संयुक्त प्रयास और केंद्रीय एजेंसियों (Central Agencies) की मदद से यह सफलता मिली है।
In a major breakthrough in #Jalandhar Grenade Attack Case, Jalandhar Commissionerate Police, with support from Central Agencies & @DelhiPolice, have successfully arrested Saidul Ameen (resident of #Amroha, #UttarPradesh) from #Delhi.
Saidul Ameen is the prime accused…
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) April 12, 2025
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अमरोहा (Amroha) निवासी सैदुल अमीन (Saidul Amin) के रूप में हुई है। आरोपी को दिल्ली से पकड़ा गया था और उसे लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पूछताछ शुरू कर दी है। फिलहाल मेरठ (Meerut) में पूछताछ की जा रही है, जहां NIA की टीम ने उसे हिरासत में लिया।
पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव (Punjab DGP Gaurav Yadav) ने बताया कि इस गिरफ्तारी को दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के समन्वय से अंजाम दिया गया। उन्होंने दावा किया कि यह आरोपी इस आतंकी हमले की मुख्य कड़ी है और इसके संबंध विदेश में बैठे आतंकियों से मिले हैं। यह खुलासा सुरक्षा एजेंसियों के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
बताया जा रहा है कि हमले के तुरंत बाद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी कर दिया था और मामले की जांच शुरू कर दी थी। गिरफ्तारी के बाद आरोपी के पास से कुछ डिजिटल डिवाइस (Digital Devices) भी बरामद किए गए हैं, जिनसे और भी सुराग मिलने की संभावना जताई जा रही है।
यह गिरफ्तारी इस पूरे केस में एक बड़ा मोड़ है, क्योंकि इसके जरिए न केवल आतंकी नेटवर्क की पहचान में मदद मिलेगी बल्कि भविष्य में होने वाले संभावित हमलों को भी रोका जा सकेगा। पंजाब में पिछले कुछ समय से आतंकी घटनाओं में बढ़ोतरी को लेकर एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं और यह ऑपरेशन उसी का हिस्सा है।
जालंधर में हुए इस हमले के बाद पंजाब और केंद्र की एजेंसियां सतर्क हो गई थीं। मनोरंजन कालिया पर हमला न केवल एक वरिष्ठ नेता पर किया गया हमला था, बल्कि यह राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा कर रहा था। अब इस गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी राहत मिली है।