Jagjit Singh Dallewal Hunger Strike: पंजाब (Punjab) और हरियाणा (Haryana) के खनौरी बॉर्डर (Khanauri Border) पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) की भूख हड़ताल मंगलवार को 64वें दिन में प्रवेश कर गई।
फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर डल्लेवाल का यह अनशन जारी है। डल्लेवाल ने 12 फरवरी को महापंचायत (Mahapanchayat) में शामिल होने का आमंत्रण दिया और आंदोलन की सफलता के लिए श्री अखंड साहिब का भोग कराने की घोषणा की।
64वें दिन में भूख हड़ताल (64th Day of Hunger Strike)
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने मंगलवार को जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से उनकी मांगों पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
- मुख्य मांगें:
- MSP की कानूनी गारंटी।
- किसान आंदोलन से जुड़े सभी केस वापस लेना।
- कर्जमाफी और बिजली दरों में कटौती।
डल्लेवाल ने कहा, “जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी, अनशन जारी रहेगा। सरकार को किसानों की बात सुननी ही होगी।”
महापंचायत का ऐलान (Announcement of Mahapanchayat)
डल्लेवाल ने 12 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर महापंचायत का आयोजन करने की घोषणा की।
- 12 फरवरी को महापंचायत: इस दिन किसानों, मजदूरों और देशवासियों को खनौरी बॉर्डर पर इकट्ठा होने का न्योता दिया गया है।
- महापंचायत का उद्देश्य: सरकार पर दबाव बनाना और किसान आंदोलन को मजबूती देना।
- इसके अलावा, 14 फरवरी को सरकार और किसान नेताओं के बीच बातचीत होनी है।
MSP गारंटी और पंजाब के पानी की सुरक्षा (MSP and Punjab Water Conservation)
डल्लेवाल ने अपने संदेश में पंजाब के पानी और खेती की सुरक्षा पर जोर दिया।
- MSP क्यों जरूरी है?
- डल्लेवाल के अनुसार, पंजाब की अर्थव्यवस्था और पर्यावरण को बचाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य का कानून बेहद जरूरी है।
- “यह केवल पंजाब की नहीं, पूरे देश की जरूरत है। MSP गारंटी के बिना किसानों का भविष्य सुरक्षित नहीं हो सकता।”
फरवरी में किसानों की तीन बड़ी महापंचायतें (Three Major Mahapanchayats in February)
किसानों ने फरवरी महीने में तीन महापंचायतों की योजना बनाई है।
- 11 फरवरी: राजस्थान के हनुमानगढ़ (Hanumangarh) और श्रीगंगानगर (Sriganganagar) जिलों में प्रचार।
- 12 फरवरी: खनौरी बॉर्डर पर महापंचायत।
- 13 फरवरी: शंभू बॉर्डर (Shambu Border) पर महापंचायत।
राजस्थान और उत्तर प्रदेश से भी किसानों का बड़ा दल इन महापंचायतों में शामिल होगा।
डल्लेवाल का आंदोलन और अरदास (Dallewal’s Protest and Prayers)
डल्लेवाल ने कहा कि आंदोलन को अब तक भगवान की कृपा से ताकत मिली है। उन्होंने श्री अखंड साहिब के भोग का आयोजन किया।
- 30 जनवरी को श्री अखंड साहिब का भोग:
- डल्लेवाल ने कहा, “हम गुरुजी का शुक्राना करेंगे और मोर्चे की सफलता की अरदास करेंगे।”
- लोगों से अपील:
- “12 फरवरी को अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों। आपके समर्थन से मुझे ऊर्जा मिलती है।”
सुप्रीम कोर्ट की हाईपावर कमेटी और पिछली घटनाएं (Supreme Court Committee & Past Incidents)
- सुप्रीम कोर्ट की हाईपावर कमेटी ने डल्लेवाल से मुलाकात कर उनके अनशन को खत्म करने की अपील की थी।
- पिछले साल की घटनाएं:
- 13 फरवरी 2024 को किसान आंदोलन की शुरुआत हुई थी।
- 26 नवंबर से डल्लेवाल ने भूख हड़ताल शुरू की थी।
- 26 जनवरी को पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च आयोजित किया गया।
किसानों की तैयारियां और अगला कदम (Farmers’ Preparations & Next Steps)
डल्लेवाल ने कहा कि 14 फरवरी को सरकार के साथ होने वाली बैठक निर्णायक हो सकती है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने इस बार उनकी बात नहीं मानी, तो आंदोलन और तेज होगा।