संगरूर (Sangrur), 18 जनवरी (The News Air): लंबे समय से किसानों की मांगों को लेकर खनौरी बॉर्डर (Khanauri Border) पर आमरण अनशन पर बैठे भारतीय किसान यूनियन (एकता सिद्धूपुर) के अध्यक्ष जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) की तबीयत शुक्रवार सुबह अचानक गंभीर हो गई। सूत्रों के अनुसार, तड़के करीब ढाई बजे उनकी हालत बिगड़ने लगी, जिससे किसानों के बीच चिंता का माहौल बन गया।
डल्लेवाल की बिगड़ती स्थिति ने डॉक्टरों और किसानों दोनों को सतर्क कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें लगातार उल्टियां हो रही हैं और पानी तक पचाने में मुश्किल हो रही है। डॉक्टरों का कहना है कि वह अर्ध बेहोशी की स्थिति में हैं, और उनकी हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है।
क्या हुआ था शुक्रवार सुबह? : तड़के करीब ढाई बजे डल्लेवाल को अचानक तेज उल्टियां होने लगीं। यह स्थिति लगभग एक घंटे तक बनी रही, जिसके बाद मौके पर मौजूद डॉक्टरों की टीम ने उनकी स्थिति को संभालने की कोशिश की।
- डॉक्टरों की राय: डल्लेवाल की हालत गंभीर है। उन्हें अर्ध बेहोशी में रखा गया है, और शरीर में पानी की कमी होने के कारण उनकी स्थिति और बिगड़ सकती है।
- किसानों की प्रतिक्रिया: मौके पर मौजूद अन्य किसान स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं और उनके स्वास्थ्य को लेकर लगातार अपडेट ले रहे हैं।
किसानों के बीच चिंता का माहौल : डल्लेवाल की बिगड़ती स्थिति ने आंदोलनकारियों और किसानों के बीच चिंता पैदा कर दी है। उनके स्वास्थ्य को लेकर किसान चिंतित हैं और उनकी मांगों को लेकर सरकार से जल्द समाधान की अपील कर रहे हैं।
एक किसान ने कहा, “हम अपने नेता के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं। उनकी तबीयत बिगड़ने से हमारी लड़ाई कमजोर हो सकती है।”
डल्लेवाल की मांगें और संघर्ष : जगजीत सिंह डल्लेवाल किसानों की कई लंबित मांगों को लेकर पिछले 15 दिनों से अनशन पर हैं। उनकी मुख्य मांगों में शामिल हैं:
- किसानों के लिए उचित मुआवजा (Compensation for Farmers)।
- न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गारंटी।
- खेती के लिए मुफ्त बिजली और पानी।
डॉक्टरों का क्या कहना है? : डॉक्टरों का कहना है कि लंबे समय तक भूखे रहने के कारण उनके शरीर में पोषण और तरल पदार्थों की कमी हो गई है।
डॉ. अमरजीत सिंह (Dr. Amarjeet Singh), जो उनकी देखभाल कर रहे हैं, ने कहा, “स्थिति गंभीर है। हमें उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की सलाह देनी पड़ी है। लेकिन वे आंदोलन स्थल छोड़ने को तैयार नहीं हैं।”
जगजीत सिंह डल्लेवाल की बिगड़ती तबीयत ने आंदोलन के प्रति किसानों के दृढ़ संकल्प को और मजबूत कर दिया है। डॉक्टरों और किसानों की अपील है कि उनकी स्थिति को ध्यान में रखते हुए उनकी मांगों पर विचार किया जाए। सरकार की तरफ से अभी कोई ठोस जवाब नहीं आया है। आंदोलन स्थल पर स्थिति नाजुक बनी हुई है।