Delhi Air Pollution Ground Report Wazirpur Anand Vihar : दिल्ली की हवा “कोविड से भी ज्यादा खतरनाक” हो चुकी है, जिससे 2023 में 17,000 से ज्यादा मौतें हुईं। लेकिन जब ‘कंसर्न सिटिजंस’ CM रेखा गुप्ता से मिलना चाहते थे, तो CMO ने ‘व्यस्तता’ का हवाला दिया। ‘X’ प्रोफाइल की जांच से पता चला कि वह 9 में से 6 दिन बिहार चुनाव में प्रचार कर रही थीं।
दिल्ली की हवा इस वक्त इतनी जहरीली हो चुकी है कि एम्स के पूर्व डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने इसे “कोविड से भी ज्यादा खतरनाक” बता दिया है। उनका कहना है कि यह हवा हार्ट अटैक, स्ट्रोक और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियां दे रही है।
एक लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में दिल्ली में 17,183 लोगों की मौत एयर पोल्यूशन की वजह से हुई, जो कुल मौतों का 15% है। दिल्ली में सांस लेना एक जंग जीतने जैसा बन गया है।
हालात इतने खराब हैं कि इंडिया गेट से 1800 मीटर दूर राष्ट्रपति भवन आंखों से दिखाई नहीं दे रहा है, वह स्मॉग में पूरी तरह ढक चुका है।
CM साहिबा Busy हैं
दिल्ली के लोगों की इन्हीं समस्याओं को लेकर जब ‘कंसर्न सिटिजंस’ के एक ग्रुप ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मिलने का समय मांगा, तो 4 नवंबर को CMO से जवाब आया कि “समय की कमी और आधिकारिक व्यस्तताओं” के कारण CM नहीं मिल सकतीं।
हालांकि, मुख्यमंत्री की ‘X’ (पूर्व ट्विटर) प्रोफाइल खंगालने पर पता चला कि वह सच में व्यस्त थीं, लेकिन दिल्ली में नहीं, बल्कि बिहार में।
4 नवंबर को, जिस दिन वह व्यस्त थीं, वह बिहार के सिवान और गोपालगंज में दो रोड शो कर रही थीं। 29 अक्टूबर से 6 नवंबर के बीच, यानी 9 दिनों में से 6 दिन उन्होंने बिहार में चुनाव प्रचार किया।
Hotspot का हाल: सरकारी दावे हवा
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से लड़ने के लिए 800 करोड़ का बजट रखा है और 13 ‘पोल्यूशन हॉटस्पॉट’ के लिए 9-पॉइंट एक्शन प्लान (पानी छिड़काव, मैकेनिकल स्वीपिंग) का दावा किया है।
लेकिन इन दावों की हकीकत जानने के लिए जब आनंद विहार और वजीरपुर हॉटस्पॉट का दौरा किया गया, तो सच्चाई दावों से कोसों दूर मिली।
वजीरपुर: नाक से ग्रीस जैसा निकल रहा
वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया में सड़कों पर 2 से 4 इंच मोटी धूल की परत जमी है। ‘ओलंपिक थीम’ पर बना सुंदर फुटपाथ धूल के कारण वीरान है। हर तरफ कूड़े और मलबे के ढेर हैं।
यहां काम करने वाले मजदूरों का कहना है कि पानी का टैंकर अंदर गलियों में “कभी नहीं आता”। मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन सिर्फ मेन रोड पर दिखती है।
एक मजदूर ने बताया कि प्रदूषण के कारण वे बीमार पड़ रहे हैं और रात में मुंह धोने पर नाक से “गाड़ी का ग्रीस” जैसा काला पदार्थ निकलता है।
आनंद विहार: 421 AQI, आधा-अधूरा काम
आनंद विहार, जहां 421 AQI (गंभीर) दर्ज किया गया, वहां भी हालात खराब हैं। पानी का छिड़काव सिर्फ मेन रोड की पहली दो-तीन लेन पर हो रहा है, जबकि चौथी लेन और सर्विस रोड धूल से भरी हैं।
यहां बस टर्मिनल, रेलवे स्टेशन और रैपिड रेल के कारण ‘व्हीकुलर पोल्यूशन’ तो है ही, साथ ही ‘रोड डस्ट’ भी प्रदूषण का बड़ा स्रोत है।
लोगों ने आंखों में जलन और सांस में तकलीफ की शिकायत की। एक व्यक्ति ने कहा कि नाक में इतनी धूल भर जाती है कि रात में “गाड़ी का ग्रीस” जैसा महसूस होता है।
जानें पूरा मामला
यह पूरी स्थिति तब है जब दिल्ली में GRAP-3 लागू है और 1 से 5 तक के बच्चों की क्लास हाइब्रिड मोड पर हैं।
सबसे गंभीर बात यह है कि डॉक्टरों द्वारा ‘हेल्थ इमरजेंसी’ घोषित किए जाने के बावजूद, सरकार की तरफ से मजदूरों के लिए कोई एडवाइजरी जारी नहीं की गई है कि उन्हें क्या सावधानी बरतनी है या कौन सा मास्क पहनना है।
बीजेपी ने चुनाव में “जहां सांसों में जहर घुल जाए, क्या यह है मेरी दिल्ली? अब नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे” का नारा दिया था, लेकिन सरकार बनने के बाद वह शायद इस नारे को भूल गई है।
मुख्य बातें (Key Points)
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दिल्ली की हवा “कोविड से भी खतरनाक” हुई, 2023 में 17,183 मौतें प्रदूषण से हुईं।
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4 नवंबर को जब दिल्ली के नागरिक CM से मिलना चाहते थे, तब CM रेखा गुप्ता बिहार के सिवान और गोपालगंज में रोड शो कर रही थीं।
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13 हॉटस्पॉट पर 800 करोड़ के सरकारी दावे फेल; वजीरपुर-आनंद विहार में धूल, कूड़े और मलबे का अंबार है।
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मजदूरों का कहना है कि पानी का छिड़काव नहीं होता और रात में नाक से “गाड़ी का ग्रीस” जैसा काला पदार्थ निकलता है।






