Israel Iran War – इजरायल (Israel) और ईरान (Iran) के बीच जारी भीषण जंग के बीच एक नया और खतरनाक पहलू सामने आया है, जिसने मिडिल ईस्ट (Middle East) की चिंता और बढ़ा दी है। ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायल अब पारंपरिक युद्ध की बजाय डिजिटल तकनीक का सहारा लेकर ईरान के अंदर घुसकर टारगेटेड हमले कर रहा है। फार्स न्यूज़ एजेंसी (Fars News Agency), जो ईरान की सेना द्वारा संचालित है, ने दावा किया है कि इजरायल ईरान में मोबाइल फोन ट्रैकिंग तकनीक का इस्तेमाल कर लोगों को निशाना बना रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, इस सटीक हमलों की मुख्य वजह मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग है। फार्स ने कहा कि इजरायल के पास ऐसी टेक्नोलॉजी है जिससे मोबाइल फोन बंद होने पर भी व्यक्ति की लोकेशन का पता चल जाता है। यही नहीं, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि हमास (Hamas) के नेता इस्माइल हानियेह (Ismail Haniyeh) की हत्या भी इसी तकनीक की मदद से की गई थी। उल्लेखनीय है कि जुलाई 2023 में हानियेह को इजरायली हमले में मार दिया गया था, और अब इस रिपोर्ट के बाद उसकी मौत को लेकर नई बहस छिड़ गई है।
ईरानी राजधानी तेहरान (Tehran) में इस रिपोर्ट के बाद अफसरों को चेतावनी दी गई है कि वे मोबाइल फोन का इस्तेमाल बंद कर दें क्योंकि इजरायल उन्हें डिजिटल तरीके से निशाना बना सकता है। यह चेतावनी दर्शाती है कि अब युद्ध सिर्फ बॉर्डर पर नहीं, बल्कि तकनीक के जरिए घर के अंदर तक पहुंच चुका है।
इस पूरे घटनाक्रम के पीछे की वजह भी सामने आ रही है। इजरायल ने शुक्रवार से ईरान के परमाणु कार्यक्रमों (Nuclear Programs) पर हमले शुरू किए हैं। इजरायल का आरोप है कि ईरान परमाणु बम बनाने के बहुत करीब पहुंच चुका है और इससे इजरायल को सीधे तौर पर खतरा है। यही कारण है कि इजरायल ने ईरान के अंदर टारगेटेड स्ट्राइक शुरू कर दिए हैं।
अब तक इस जंग में 200 से अधिक ईरानी नागरिक और 20 से ज्यादा इजरायली मारे जा चुके हैं। लगातार चौथे दिन युद्ध जारी है और हालात काबू में आते नहीं दिख रहे। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने ईरान को और बड़े हमलों की चेतावनी दी है, वहीं ईरान ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि वह “दिन को रात में बदल देगा”।
ईरान और इजरायल के बीच यह टकराव सिर्फ दो देशों के बीच की जंग नहीं रह गई है, बल्कि पूरे मिडिल ईस्ट की स्थिरता के लिए एक बड़ा खतरा बन चुकी है। जिस तरह से तकनीक का इस्तेमाल युद्ध में किया जा रहा है, उसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा चिंताओं को कई गुना बढ़ा दिया है।