Israel-Iran Ceasefire Announcement by Donald Trump — इजरायल (Israel) और ईरान (Iran) के बीच जारी लंबे युद्ध के बाद आखिरकार युद्धविराम (Ceasefire) की घोषणा हो गई है। अमेरिका (USA) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने मंगलवार सुबह अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल (Truth Social) पर इसकी जानकारी दी और स्पष्ट किया कि अब दोनों देशों के बीच युद्ध विराम लागू हो गया है। हालांकि ट्रंप की इस घोषणा के बाद भी ईरान की ओर से कुछ मिसाइलें इजरायल पर दागी गईं, जिनमें तीन यहूदी नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की गई है।
इस बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने भी सीजफायर की पुष्टि करते हुए कहा कि इजरायल ने युद्ध में अपने सभी सैन्य लक्ष्य पूरे कर लिए हैं। नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर प्लांट्स (Nuclear Plants) को पूरी तरह तबाह कर दिया है और उसकी ओर से आने वाले बलिस्टिक मिसाइल (Ballistic Missile) खतरे को भी समाप्त कर दिया है। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को इसके लिए धन्यवाद भी दिया और कहा कि ट्रंप की मदद से ही इजरायल ने ईरान की परमाणु ताकत को निष्क्रिय किया।
युद्धविराम के बावजूद ईरान की ओर से इजरायल पर हमले जारी रहे। मंगलवार सुबह की इन मिसाइल हमलों में तीन लोगों की मौत हो गई। हालांकि बाद में ईरान और इजरायल दोनों की ओर से ऐसे संकेत मिले हैं कि वे अब युद्ध विराम को स्वीकार कर चुके हैं और आगे संघर्ष विराम बनाए रखने को तैयार हैं।
विश्लेषकों की मानें तो ईरान ने यह सीमित हमला जानबूझकर किया ताकि अपनी जनता के बीच यह संदेश दे सके कि उसने इजरायल और अमेरिका से बदला ले लिया है। यही वजह है कि जब ईरान ने इराक (Iraq) और कतर (Qatar) स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला किया, तो पहले ही इसकी सूचना अमेरिका को दे दी थी। इसका उद्देश्य सिर्फ प्रतीकात्मक जवाब देना था, ताकि अपने देश की जनता को यह दिखाया जा सके कि सरकार कमजोर नहीं है।
ट्रंप द्वारा घोषित युद्धविराम ने जहां एक ओर क्षेत्रीय तनाव को कम किया है, वहीं दूसरी ओर यह अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है। इजरायल और ईरान के बीच बढ़ती हिंसा पर रोक लगना, मध्य पूर्व (Middle East) की स्थिरता के लिहाज से एक अहम कदम माना जा रहा है।