इस सीरीज के बेस मॉडल iPhone 14 का शुरुआती प्राइस 799 डॉलर (लगभग 63,700 रुपये) और iPhone 14 Plus का 899 डॉलर (लगभग 71,600 रुपये) था। हाल ही में एक रिपोर्ट में बताया गया था कि Apple ने सप्लायर्स को इस वर्ष iPhone 15 की लगभग 8.5 करोड़ यूनिट्स बनाने को कहा है। ग्लोबल इकोनॉमी में कमजोरी और स्मार्टफोन मार्केट में कमी होने के पूर्वानुमान के बावजूद एपल ने आईफोन की नई सीरीज की बड़ी संख्या में सप्लाई तैयार रखने की योजना बनाई है।
Bloomberg की रिपोर्ट में कंपनी की योजना के बारे में जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि आईफोन के प्रो मॉडल्स के प्राइसेज को बढ़ाया जा सकता है। दुनिया की इस सबसे अधिक वैल्यू वाली कंपनी के शेयर प्राइस में इस वर्ष लगभग 50 प्रतिशत की तेजी आई है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन बढ़कर लगभग तीन लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गया है। इकोनॉमी को लेकर अनिश्चितता और प्राइसेज बढ़ने की वजह से कंज्यूमर्स और एंटरप्राइसेज की ओर से स्मार्टफोन्स से लेकर कंप्यूटर्स तक की खरीदारी में कमी हुई है। इससे एपल सहित बहुत सी डिवाइसेज बनाने वाली कंपनियों के लिए डिमांड पर असर पड़ा है। एपल ने चीन के बाहर अपना प्रोडक्शन बढ़ाने की योजना बनाई है। इसने भारत में प्रोडक्शन बढ़ाने की तैयारी की है।