India Diplomatic Action after Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पहलगाम (Pahalgam) में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ कूटनीतिक मोर्चे पर निर्णायक कार्रवाई शुरू कर दी है। इस हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य पर्यटक गंभीर रूप से घायल हुए। इस जघन्य हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के मुखौटा संगठन टीआरएफ (The Resistance Front) ने ली है।
भारत ने इस हमले को लेकर अमेरिका (USA), रूस (Russia), ब्रिटेन (UK), यूरोपीय यूनियन (European Union), फ्रांस (France), जर्मनी (Germany), इटली (Italy), कतर (Qatar), जापान (Japan), चीन (China) जैसे देशों के शीर्ष राजदूतों को गुरुवार को विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) के साउथ ब्लॉक (South Block) स्थित कार्यालय में बुलाया। विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने इन देशों के राजनयिकों को पहलगाम हमले की विस्तृत जानकारी दी और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के सबूत साझा किए। यह बैठक लगभग आधे घंटे तक चली, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता पर भी चर्चा हुई।
इससे पहले, बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (Cabinet Committee on Security – CCS) की बैठक हुई थी, जिसमें हमले पर भारत की प्रतिक्रिया को अंतिम रूप दिया गया। इसमें पाकिस्तान के खिलाफ राजनयिक संबंधों में कटौती, सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को स्थगित करने और अटारी बॉर्डर (Attari Border) को बंद करने जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक और बड़ा कदम उठाते हुए गुरुवार को सभी पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीज़ा सेवाएं (Visa Services) तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की घोषणा की। विदेश मंत्रालय के अनुसार, पाकिस्तानियों को जारी सभी वैध वीज़ा 27 अप्रैल से रद्द कर दिए गए हैं। केवल मेडिकल वीजा 29 अप्रैल तक मान्य रहेंगे। भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वीज़ा की अवधि समाप्त होने से पहले देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है।
भारत के इस निर्णायक और संगठित कूटनीतिक कदम से यह स्पष्ट हो गया है कि देश अब पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को वैश्विक मंच पर बेनकाब करने के लिए पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। भारत अब न केवल अपने सीमाओं की रक्षा कर रहा है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की साख को चुनौती देने के लिए मजबूत रणनीति पर काम कर रहा है।






