India UNSC Permanent Membership Support : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की त्रिनिदाद और टोबैगो (Trinidad and Tobago) यात्रा के दौरान भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सदस्यता के लिए एक और मजबूत समर्थन मिला है। पीएम मोदी और त्रिनिदाद की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर (Kamla Persad-Bissessar) के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता के बाद साझा बयान में इस समर्थन की पुष्टि की गई। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
इस ऐतिहासिक यात्रा के दौरान दोनों नेताओं ने बुनियादी ढांचा (Infrastructure), औषधि (Pharmaceuticals), कृषि (Agriculture), डिजिटल पेमेंट (UPI) और क्षमता निर्माण (Capacity Building) जैसे क्षेत्रों में गहन सहयोग पर चर्चा की। शनिवार को जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि त्रिनिदाद और टोबैगो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार और वर्तमान वैश्विक वास्तविकताओं को दर्शाने के लिए भारत की स्थायी सदस्यता को पूर्ण समर्थन देने की बात दोहराई है।
भारत और त्रिनिदाद के बीच यह समझौता सिर्फ UNSC समर्थन तक सीमित नहीं रहा। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू (Christine Carla Kangaloo) से भी मुलाकात की और दोनों नेताओं ने आपसी मैत्री को नई गति देने की प्रतिबद्धता जताई। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह बैठक दोनों देशों की मजबूत साझेदारी का प्रतीक है।
दोनों पक्षों ने आपसी संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए कई घोषणाएं कीं। भारत ने त्रिनिदाद की 2027-28 की UNSC अस्थायी सीट की उम्मीदवारी का समर्थन किया, जबकि त्रिनिदाद ने 2028-29 की भारत की उम्मीदवारी को समर्थन देने की बात कही। इसके अतिरिक्त, त्रिनिदाद में भारतीय मूल के लोगों की छठी पीढ़ी को OCI कार्ड (Overseas Citizenship of India) देने की घोषणा ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को भी मजबूती दी है।
पीएम मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के प्रति त्रिनिदाद की एकजुटता की सराहना की और दोनों देशों ने आतंकवाद (Terrorism) से लड़ने की प्रतिबद्धता को दोहराया। प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में इस यात्रा को अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि त्रिनिदाद ने भारत के साथ दोस्ती को नई ऊंचाई दी है।
यह दौरा वर्ष 1999 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की त्रिनिदाद की पहली यात्रा है, जो विदेश नीति के नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। इस यात्रा में ‘ग्लोबल साउथ’ (Global South) और ‘भारत-कैरिकॉम (CARICOM)’ साझेदारी को आगे बढ़ाने पर भी जोर दिया गया।
CARICOM (Caribbean Community) एक क्षेत्रीय राजनीतिक और आर्थिक संगठन है जिसमें 15 राष्ट्र और 5 सहयोगी सदस्य शामिल हैं। पीएम मोदी और कमला बिसेसर ने इस मंच पर एकजुट होकर विकासशील देशों की आवाज बुलंद करने की बात कही। पीएम मोदी ने बिसेसर को भारत आने का निमंत्रण भी दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।