India-China Border Dispute: नए चीनी विदेश मंत्री किन गैंग (New Chinese foreign minister Qin Gang) ने कहा है कि भारत और चीन दोनों सीमा (India-China Border Standoff) पर तनाव की स्थिति को कम करने और संयुक्त रूप से सीमा पर शांति बनाए रखने के इच्छुक हैं। किन गैंग ने अमेरिकी पत्रिका नेशनल इंटरेस्ट के लिए ‘हाउ चाइना सीज़ द वर्ल्ड (How China Sees the World)’ शीर्षक से एक लेख में यह टिप्पणी की।
लेख में किन ने भारत के साथ सीमा मुद्दों का उल्लेख किया और कहा कि दोनों देशों के बीच यथास्थिति यह है कि दोनों पक्ष तनाव को कम करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त रूप से दोनों अपने- अपने देश की सीमाओं की शांति की रक्षा कर रहे हैं। 26 दिसंबर को लिखे गए लेख में किन ने भारत-चीन संबंधों को इस धारणा के संदर्भ में संदर्भित किया कि चीन स्थिति कम करने के लिए तैयार है।
दक्षिण चीन सागर विवाद को लेकर किन गैंग ने कहा कि सभी पक्ष ‘आचार संहिता पर परामर्श’ कर रहे हैं, जिससे क्षेत्र के लिए ‘सार्थक नियम’ बनेंगे। इस लेख में उन्होंने ताइवान मुद्दे पर भी अपने विचार रखे और यथास्थिति को चुनौती देने के लिए अमेरिका और दक्षिण चीन सागर में यथास्थिति को बदलने के लिए जापान को भी दोषी ठहराया।
बता दें कि दोनों देशों के बीच सीमा गतिरोध जून 2020 के मध्य में शुरू हुआ जब चीन ने पूर्वी लद्दाख, गलवान घाटी और पैंगोंग त्सो के क्षेत्रों में अतिक्रमण करने की कोशिश की और आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया।
चीनी सेना ने 14 दिसंबर, 2022 को फिर से विवाद को हवा दी, जब पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) को पार करने की कोशिश की।
चीन ने किन गैंग को बनाया नया विदेश मंत्री
चीन ने अमेरिका में अपने दूत किन गैंग को नया विदेश मंत्री नियुक्त किया है, जो वांग यी की जगह लेंगे। मौजूदा विदेश मंत्री वांग यी को पदोन्नत कर सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के राजनीतिक ब्यूरो में शामिल किया गया है। इसके साथ ही वह देश के शीर्ष राजनयिक बन गए हैं। ब्यूरो नीतिगत मामलों में पार्टी का शीर्ष निकाय है। यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है कि 56 वर्षीय किन कब पद संभालेंगे।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता और सहायक विदेश मंत्री हुआ चुनयिंग ने ट्वीट किया, ‘‘चीन का नया विदेश मंत्री नियुक्त किए जाने पर किन गैंग को बधाई!चीन की कूटनीति में एक शानदार नए अध्याय की प्रतीक्षा।’’
यह घोषणा आश्चर्यजनक है, क्योंकि अगले साल पांच मार्च से शुरू होने वाले संसद के सालाना सत्र के दौरान नए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में नया प्रशासन कार्यभार संभालेगा। संसद सत्र के दौरान राष्ट्रपति शी चिनफिंग को छोड़कर सभी शीर्ष अधिकारियों और मंत्रियों को बदला जाएगा।
भारत बोला- चीन के साथ संबंध ‘सामान्य नहीं’
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में कहा कि चीन द्वारा वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर एकतरफा बदलाव किए जाने की किसी भी कोशिश से भारत सहमत नहीं होगा। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली के बीजिंग के साथ संबंध ‘सामान्य नहीं’ हैं और मुख्य मुद्दों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जयशंकर ने कहा, ‘आज चीन के साथ हमारे संबंधों की स्थिति बहुत सामान्य नहीं है, क्योंकि हम वास्तविक नियंत्रण रेखा को एकतरफा बदलने के किसी भी प्रयास के लिए कभी सहमत नहीं होंगे।’
भारतीय सेना के अनुसार, 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में LAC पर भारतीय और चीनी सैनिक आपस में भिड़ गए थे, जिसमें ‘दोनों पक्षों के कुछ कर्मियों को मामूली चोटें आईं’। जून 2020 में गलवान घाटी में भीषण झड़प के बाद से भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच यह पहली बड़ी झड़प थी। दोनों पक्षों के बीच सीमा गतिरोध को सुलझाने के लिए 17 दौर की बातचीत हो चुकी है।