Ahmedabad Plane Crash Compensation को लेकर बड़ा सवाल सामने आया है: क्या सिर्फ विमान में सवार यात्रियों को ही नहीं, बल्कि ज़मीन पर मरने वालों को भी उतना ही मुआवजा मिलेगा? अहमदाबाद (Ahmedabad) में हुए दर्दनाक प्लेन क्रैश में शनिवार तक 274 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। यह हादसा बी जे मेडिकल कॉलेज (BJ Medical College) के हॉस्टल पर हुआ, जिसमें विमान में सवार 241 यात्रियों के अलावा 33 अन्य लोग भी मारे गए जो उस वक्त जमीन पर मौजूद थे – इनमें डॉक्टर्स, स्टूडेंट्स और हॉस्टल स्टाफ शामिल हैं।
टाटा समूह (Tata Group) ने इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। अब सवाल यह उठता है कि क्या जमीन पर मरने वाले इन 33 लोगों को भी उतना ही मुआवजा मिलेगा? टाटा समूह ने इस विषय में स्पष्ट किया है कि प्लेन के बाहर यानी जमीन पर मारे गए लोग भी 1-1 करोड़ रुपये के मुआवजे के हकदार होंगे। साथ ही घायल व्यक्तियों के इलाज और देखभाल का खर्च भी टाटा उठाएगा।
हादसे में जिस हॉस्टल की बिल्डिंग पर विमान गिरा, वह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। टाटा समूह ने बी जे मेडिकल हॉस्टल की मरम्मत के लिए भी सहायता देने का आश्वासन दिया है। दुर्घटना में केवल एक व्यक्ति जीवित बचा है, बाकी सभी 274 लोग मारे गए, जिनमें 241 यात्री और 33 ज़मीन पर मौजूद लोग थे।
जब अधिकारियों से पूछा गया कि क्या मुआवजे के अलावा मृतकों के परिवारों को नौकरी या अन्य लाभ भी दिए जाएंगे, तो उन्होंने कहा कि अभी इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। फिलहाल स्थिति का आकलन किया जा रहा है और मामले की जांच शुरू हो चुकी है। हालांकि टाटा द्वारा घोषित एक करोड़ रुपये के मुआवजे के अलावा, प्लेन में मारे गए यात्रियों को बीमा कंपनियों से करीब 1.5 करोड़ रुपये का अलग से भुगतान भी मिलेगा।
इस भीषण हादसे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, लेकिन टाटा समूह का यह कदम—कि जमीन पर मारे गए लोगों को भी मुआवजा दिया जाएगा—एक सकारात्मक पहल मानी जा रही है। अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आगे और कौन-कौन से राहत कदम सामने आते हैं।