Madhya Pradesh Hospital Condition : मध्य प्रदेश में जनता अपनी गाढ़ी कमाई का टैक्स इसलिए देती है ताकि उसे बेहतर सड़कें और अच्छे अस्पताल मिल सकें। लेकिन हकीकत यह है कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों का ‘भगवान ही मालिक’ है। यहां इलाज कराने आने वाले मरीज अगर सही सलामत घर लौट जाएं, तो इसे उनकी अच्छी किस्मत ही कहा जाएगा। प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल अब इंसान नहीं, बल्कि चूहे खोल रहे हैं। सतना और जबलपुर से आई तस्वीरें यह बताने के लिए काफी हैं कि अस्पतालों में लापरवाही का आलम किस हद तक खतरनाक हो चुका है।
SNCU वार्ड में पकोड़े खाते चूहे
सतना जिला अस्पताल से एक हैरान करने वाला वीडियो सामने आया है। यहां के सबसे संवेदनशील हिस्से यानी SNCU (Sick Newborn Care Unit), जहां नवजात बच्चे जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे होते हैं, वहां चूहे खुलेआम धमाचौकड़ी मचा रहे हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक चूहा मुंह में ‘मंगौड़ी’ (पकोड़ा) दबाए कंप्यूटर मॉनिटर के नीचे से निकलता है और वाईफाई राउटर के ऊपर से छलांग लगाता हुआ पूरे वार्ड में दौड़ता है। इतना ही नहीं, वीडियो में अस्पताल स्टाफ की हंसी भी सुनाई दे रही है, जो इस गंभीर लापरवाही को मजाक में उड़ाते नजर आ रहे हैं। यह वही वार्ड है जहां संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा होता है, लेकिन यहां स्वच्छता के नियम सिर्फ कागजों तक सीमित हैं।
प्रबंधन की सफाई: पुरानी बिल्डिंग का दोष
जब इस लापरवाही पर अस्पताल प्रबंधन से सवाल किया गया, तो उन्होंने अपनी गलती मानने के बजाय बेशर्मी से जवाब दिया। प्रबंधन ने कहा कि यह कोई ‘आतंक’ नहीं है, बल्कि पुरानी बिल्डिंग होने के कारण चूहे कहीं से आ गए होंगे। उनका दावा है कि उन्होंने चूहों को पकड़ने के लिए स्टिक, जिंक ऑक्साइड और अन्य इंतजाम किए हुए हैं, लेकिन फिर भी वे गड्ढों से आ जाते हैं। यह रवैया तब है जब कुछ ही दिन पहले इसी अस्पताल में थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को HIV संक्रमित खून चढ़ाने का गंभीर मामला सामने आया था, जिसमें तीन लोगों को निलंबित किया गया था।
जबलपुर के विक्टोरिया अस्पताल का हाल
सिर्फ सतना ही नहीं, मध्य प्रदेश के तीसरे सबसे बड़े शहर जबलपुर के सरकारी जिला अस्पताल ‘विक्टोरिया’ की हालत भी खस्ता है। यहां 15 दिसंबर का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें हड्डी वार्ड में भर्ती मरीजों के बेड के आसपास चूहे बेखौफ घूमते नजर आ रहे हैं। मरीजों के तीमारदारों ने ही परेशान होकर यह वीडियो बनाया और पोल खोली। यह वही प्रदेश है जहां इसी साल इंदौर के एमवाई (MY) अस्पताल में चूहों द्वारा दो नवजात बच्चों को कुतरने की दिल दहला देने वाली घटना हो चुकी है, जिसमें बच्चों की जान चली गई थी।
विपक्ष ने मांगा मंत्री का इस्तीफा
प्रदेश की चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था पर अब राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला का इस्तीफा मांगा है। कांग्रेस का कहना है कि मंत्री जी से विभाग संभल नहीं रहा है। जब स्वास्थ्य मंत्री से इस बदहाली पर सवाल पूछा गया, तो वे यह कहते हुए निकल गए कि “आगे बताएंगे”। छिंदवाड़ा और बैतूल में जहरीले कफ सिरप से बच्चों की मौत, सतना में HIV खून कांड और अब अस्पतालों में चूहों का राज—ये घटनाएं बता रही हैं कि साल 2025 में सरकारी अस्पताल जान बचाने की जगह जानलेवा बनते जा रहे हैं।
विश्लेषण: सिस्टम की संवेदनहीनता
मध्य प्रदेश के अस्पतालों की यह बदहाली सिर्फ संसाधनों की कमी नहीं, बल्कि घोर संवेदनहीनता का परिणाम है। SNCU जैसे अति-संवेदनशील वार्ड में, जहां एक मामूली संक्रमण भी नवजात के लिए जानलेवा हो सकता है, वहां चूहों का खाने के साथ दौड़ना आपराधिक लापरवाही है। इससे भी ज्यादा चिंताजनक है स्टाफ का हंसना और प्रबंधन का बहाने बनाना। यह दर्शाता है कि जवाबदेही का डर पूरी तरह खत्म हो चुका है। जब तक बड़े अधिकारियों और मंत्रियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक ‘पुरानी बिल्डिंग’ और ‘गड्ढों’ के बहाने यूं ही मासूमों की जान से खिलवाड़ होता रहेगा।
जानें पूरा मामला
मध्य प्रदेश के सतना और जबलपुर जिला अस्पतालों में चूहों के खुलेआम घूमने के वीडियो वायरल हुए हैं। सतना में नवजात शिशु वार्ड (SNCU) में चूहे पकोड़े खाते दिखे। इससे पहले इंदौर में चूहों के काटने से नवजातों की मौत और सतना में ही बच्चों को HIV संक्रमित खून चढ़ाने जैसी घटनाएं हो चुकी हैं। इन सब के बीच स्वास्थ्य मंत्री सवालों से बचते नजर आ रहे हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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सतना जिला अस्पताल के नवजात वार्ड (SNCU) में चूहे पकोड़े खाते और दौड़ते दिखे।
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जबलपुर के विक्टोरिया अस्पताल में मरीजों के बेड पर चूहे घूम रहे हैं।
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अस्पताल प्रबंधन ने लापरवाही मानने के बजाय पुरानी बिल्डिंग को जिम्मेदार ठहराया।
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इसी साल इंदौर में चूहों के कुतरने से दो नवजात बच्चों की मौत हो चुकी है।
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कांग्रेस ने स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला से इस्तीफे की मांग की है।






