Shah Mahmood Qureshi On India: पाकिस्तान (Pakistan) इन दिनों आर्थिक संकट के साथ-साथ सियासी संकट से भी जूझ रहा है. वहां पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) और उनके सहयोगी नेता अपने भाषणों में अक्सर ‘भारत’ (India) का जिक्र करते रहते हैं. भाषणों में कई बार वे इतना विष उगलते हैं कि सुनकर किसी को भी गुस्सा आ जाए. इमरान खान के करीबी मुस्लिम नेता शाह महमूद कुरैशी (Makhdoom Shah Mahmood Hussain Qureshi) के विषैले भाषण की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. उसमें महमूद ने भारत के बारे में जो कहा, उस पर इमरान खान भी तालियां बजाते नजर आए.
यह वीडियो शाह महमूद कुरैशी और इमरान खान की पार्टी की एक रैली का है, जिसमें उन्होंने हजारों मुसलमानों के सामने हिंदुओं के मंदिरों को तबाह करने की कसम खाई. शाह महमूद कहते दिखाई दे रहे हैं- “..और शाह महमूद महमूद गजनवी (इस्लामिक आक्रांता) की तरह उस सोमनाथ के मंदिर को गिराने निकला है”. इतना सुनते ही हजारों लोग खुशी से तालियां बजाने लगे. यहां तक कि दिनों दिनों अपने भाषणों में भारत की तारीफ करने वाले इमरान खान भी वो सुनकर मुस्करा रहे थे और ताली बजा रहे थे.
इमरान के सहयोगी इस तरह उगलते हैं जहर
ये शाह महमूद एक वीडियो है, लेकिन इंटरनेट पर जब इमरान और उनके सहयोगियों की स्पीच के और क्लिप देखे जाएं तो आप पाएंगे कि उन्होंने समय-समय पर भारत और हिंदुओं के बारे में तमाम भड़काउू बातें कही हैं. हालांकि, इमरान और उनके सहयोगी अब सत्ता में नहीं हैं और उन पर अपने ही मुल्क में आपराधिक मामले चल रहे हैं..उन्हें कभी भी सलाखों के पीछे डाला जा सकता है. शाह महमूद को तो जेल हो भी चुकी है.
कौन है शाह महमूद कुरैशी?
शाह महमूद कुरैशी का पूरा नाम मखदूम शाह महमूद हुसैन कुरैशी है. वो पाकिस्तानी राजनेता है. 2018 से 2022 तक वह पाकिस्तान का विदेश मंत्री रहा था. वह यह राजनीतिक दल इमरान खान की अगुवाई वाले राजनीतिक दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ का दिसंबर 2011 से उपाध्यक्ष है. यानी इमरान का बेहद करीबी चेहरा है. मई 2018 से पहले तक वह 2002 से पाकिस्तानी नेशनल असेंबली का सदस्य हुआ करता था. उसका जन्म 22 जून 1956 को हुआ था. यानी अब उसकी 66 साल है. इसी साल (2023 में) शाह महमूद और इमरान की पार्टी के कई नेताओं को पाकिस्तान की मौजूदा हुकूमत ने कई आपराधिक मामलों में आरोपी बनाया, जिसके बाद शाह महमूद कुरैशी, असद उमर सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने गिरफ्तारियां दी. महमूद अब अपने ही मुल्क में चैन की सांस नहीं ले पा रहा, उसने इमरान की हत्या की आशंका भी जताई है.
बच्चों के सिलेबस में हैं भारत विरोधी अवधारणा
76 साल पहले भारत के बंटवारे के बाद अस्तित्व में आए पाकिस्तान में वहां का राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व भारत विरोधी अवधारणा को ही तूल देता रहा है. वहां के बच्चों को न केवल इतिहास गलत पढ़ाया जाता है, बल्कि ‘गजवा ए हिंद’ जैसी नापाक जिहादी सोच भी उनके दिमाग में डाली जा रही है. पाकिस्तान के मुल्ला-मौलवी हमेशा भारत विरोधी भाषण देते रहते हैं और वहां के राजनेता ऐसे भाषणों से ‘पॉलिटिकल माइलेज’ लेते हैं.
महमूद गजनवी ने तुड़वाए थे हजारों मंदिर
शाह महमूद ने जिस गजनवी का अपने भाषण में जिक्र किया, वो सबसे क्रूर इस्लामिक शासकों में गिना जाता है. गजनवी तुर्क मूल का था और अपने समकालीन सल्जूक़ तुर्कों की तरह एक सुन्नी इस्लामी साम्राज्य स्थापित किया था. कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर कहते हैं कि हिंदू अपनी ही सरजमीं पर प्रताड़ित होते रहे हैं. सदियों पहले जब विदेशी शासकों के भारत पर आक्रमण हुए तो उन्होंने यहां की सनातन संस्कृति को तबाह करने की कोशिश की. एक के बाद एक आए इस्लामिक आक्रांताओं ने यहां कश्मीर, इंद्रप्रस्थ (दिल्ली), द्वारका-सोमनाथ गुजरात), काशी, अयोध्या, बंगाल के हजारों मंदिरों को लूटा और तोड़ा. उन्होंने वहां अपनी मस्जिदें, मकबरे और मीनारें बनवा दीं. उसके बाद आजतक हिंदु बहुसंख्यक अपने मंदिरों की पुर्नस्थापना के लिए हक की कानूनी-लड़ाई लड़ रहे हैं.” उन्होंने कहा, “अब हम चाहते हैं कृष्णनगरी मथुरा में जहां मस्जिद खड़ी है..वो उनकी जन्मभूमि थी, अब वहां भव्य मंदिर बने तो क्या ये मांग गलत है? जरा उन लोगों का दर्द समझो जिनके अपने ही देश में 40 हजार मंदिर ध्वस्त कर दिए गए…पुस्तकालय को नष्ट कर ग्रंथों को जलाया गया, लाखों लोगों का कत्ल दिया गया. फिर भी हमारा समुदाय सबसे सहिष्णु रहा है.”