IAF Fighter Jet Crash – मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) के भैसा गांव (Bhaisa Gaon) के पास भारतीय वायुसेना (Indian Air Force – IAF) का एक विमान क्रैश हो गया। हादसे के समय विमान में एक पायलट मौजूद था, जो सुरक्षित बच गए हैं लेकिन घायल हैं। हादसे के बाद विमान में आग लग गई और वह धू-धू कर जलने लगा। आसपास के ग्रामीण मौके पर दौड़ पड़े और पायलट को बचाने की कोशिश की। हालांकि, अभी तक IAF की तरफ से आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
मध्यप्रदेश के शिवपुरी के बहरेटा सानी गांव के पास हादसा। एयरफोर्स का फाइटर प्लेन क्रैश। खेत में गिरते ही आग। एक पायलट सुरक्षित।#MadhyaPradesh pic.twitter.com/waDyb3mvaG
— Naval Kant Sinha | नवल कान्त सिन्हा (@navalkant) February 6, 2025
कैसे हुआ हादसा?
भारतीय वायुसेना के इस विमान ने ग्वालियर एयरबेस (Gwalior Airbase) से उड़ान भरी थी। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, टेक-ऑफ के कुछ ही देर बाद तकनीकी खराबी की वजह से यह विमान कंट्रोल खो बैठा और शिवपुरी (Shivpuri) जिले के पास क्रैश हो गया।
📌 हादसे के बाद घटनास्थल पर क्या हुआ?
🔹 विमान के गिरते ही उसमें भारी विस्फोट हुआ और आग लग गई।
🔹 आसपास के ग्रामीण आवाज़ सुनकर मौके पर पहुंचे और पायलट को जलते मलबे से बाहर निकाला।
🔹 पायलट बेहोशी की हालत में मिले, ग्रामीणों ने उन पर पानी डाला और मदद की।
IAF का आधिकारिक बयान कब आएगा?
📌 अभी तक भारतीय वायुसेना की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है कि यह विमान कौन सा था – Sukhoi (सुखोई) या Mirage (मिराज)।
📌 IAF की एक टीम दुर्घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और मामले की जांच की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार:
🔹 विमान तकनीकी खराबी के कारण क्रैश हुआ।
🔹 पायलट ने अंतिम क्षणों में इजेक्ट (Eject) कर लिया था, जिससे उनकी जान बची।
स्थानीय ग्रामीणों ने कैसे की पायलट की मदद?
विमान क्रैश होते ही ग्रामीण मौके पर दौड़े और जलते हुए मलबे से पायलट को निकालने की कोशिश की।
एक स्थानीय ग्रामीण ने बताया –”हमने तेज आवाज सुनी और तुरंत खेतों की ओर भागे। देखा कि एक पायलट नीचे गिरा पड़ा है। वह बेहोश था, हमने तुरंत उसके ऊपर पानी डाला।”
ग्रामीणों ने अधिकारियों को सूचना दी, जिसके बाद सेना और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गईं।
क्या यह हादसा बड़ा खतरा बन सकता था?
✔️ सौभाग्य से, विमान आबादी वाले क्षेत्र में नहीं गिरा, जिससे बड़ा नुकसान टल गया।
✔️ पायलट सुरक्षित हैं, लेकिन पूरी तरह ठीक होने में समय लग सकता है।
✔️ IAF की टीमें घटना स्थल की जांच कर रही हैं, जल्द ही क्रैश की असली वजह सामने आएगी।
भविष्य में ऐसे हादसे रोकने के लिए क्या किया जाएगा?
✅ IAF नियमित जांच और मेंटेनेंस को और सख्त करेगी।
✅ अगले कुछ हफ्तों में इस मामले पर विस्तृत रिपोर्ट जारी की जाएगी।
✅ इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए टेक्निकल अपग्रेड पर ध्यान दिया जाएगा।