रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने एक विवादित बयान के साथ अपने ऊपर लेगे आरोपों का जवाब दिया है। देश के शीर्ष पहलवानों ने बृज भूषण पर खिलाड़ियों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। WFI चीफ ने पूछा, ‘क्या मैं शिलाजीत के साथ रोटियां खाता हूं?’ एक TV इंटरव्यू में बृजभूषण सिंह ने कहा, “उन्होंने पहले दावा किया कि मैंने 100 बच्चों का यौन शोषण किया, फिर उन्होंने कहा कि 1,000 बच्चे। क्या मैं रोज शिलाजीत की रोटियां खाता था?”
WFI प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह ने ABP News के साथ एक इंटरव्यू के दौरान कहा, “पहले कहते हैं 100 बच्चों के साथ हुआ, अब कहते हैं 1,000 बच्चों के साथ हुआ। क्या मैं शिलाजीत की रोटी खाता था रोज?”
विनेश फोगट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया समेत देश के शीर्ष पहलवान 23 अप्रैल से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ये पहलवान कथित यौन उत्पीड़न और एक नाबालिग सहित सात पहलवानों को धमकाने के लिए बृज भूषण सिंह के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। BJP सांसद के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है।
कांग्रेस पार्टी की प्रियंका गांधी, नवजोत सिंह सिद्धू और भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी, जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्य पाल मलिक, दिल्ली सरकार के मंत्री आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज जैसे राजनेता पहलवानों के समर्थन में खुल कर सामने आए हैं। ये सभी नेता पिछले दिनों जंतर-मंतर पर भी पहुंचे थे।
बृजभूषण शरण सिंह ने पहले भी कहा था कि अगर मामले में रिपोर्ट में उन्हें दोषी पाया जाता है, तो उन्हें फांसी दे दी जानी चाहिए। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “अगर रिपोर्ट आती है और मैं दोषी पाया जाता हूं, तो मुझे फांसी पर लटका दो। पिछले चार महीने से कोई गतिविधि नहीं हो रही है, बच्चे भाग नहीं ले पा रहे हैं। उनके भविष्य के साथ मत खेलो।”
बृजभूषण शरण सिंह ने शनिवार को कहा कि वह ‘किसी भी तरह की जांच’ के लिए तैयार हैं, लेकिन वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे, क्योंकि इसका मतलब होगा कि उन्होंने अपने खिलाफ लगे आरोपों को स्वीकार कर लिया है।
शुक्रवार रात दिल्ली पुलिस ने सिंह के खिलाफ दो FIR दर्ज कीं। जहां पहली FIR एक नाबालिग पहलवान के आरोपों से जुड़ी थी और POCSO एक्ट के तहत दर्ज की गई थी, वहीं दूसरी शील भंग करने से संबंधित थी।