राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार (Ajit Pawar) ने मंगलवार को कहा कि वह जब तक जीवित हैं, अपनी पार्टी के लिए काम करते रहेंगे। इसके साथ ही पवार ने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि वह सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ अपने करीबी विधायकों के एक गुट के साथ गठबंधन कर सकते हैं। NCP छोड़ने की खबरों पर महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा, ‘मेरे बारे में फैली अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है। मैं एनसीपी के साथ हूं और पार्टी के साथ रहूंगा।’
पवार ने पत्रकारों से कहा कि NCP में किसी तरह के मतभेद और उनके BJP से हाथ मिलाने की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने आगे कहा, “हम सभी (पार्टी विधायक) NCP के साथ हैं। मैं जब तक जीवित रहूंगा, NCP के लिए काम करता रहूंगा।’ उन्होंने कहा कि मैंने किसी विधायक के हस्ताक्षर नहीं लिए हैं। अब सभी अफवाहें बंद होनी चाहिए।
अजीत पवार ने अपनी पार्टी के विधायकों के एक गुट के समर्थन से भगवा पार्टी में जाने की खबरों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, “मैं एनसीपी में हूं। जो खबरें चल रही हैं कि मैंने 40 विधायकों के हस्ताक्षर लिए हैं, वह गलत है। मुझे कहीं भी नहीं जाना है। मेरे बारे में इस तरह की खबरें कुछ और नहीं बल्कि महाराष्ट्र के लोगों द्वारा झेले जा रहे मुख्य मुद्दों से मुद्दे को भटकाने का एक और प्रयास है।”
अब सवाल उठता है कि जब बीजेपी के पास एकनाथ शिंदे और उनका शिवसेना का खेमा है तो वह राज्य में दूसरे साथी की तलाश क्यों कर रही है? बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मामले में पार्टी एक योजना पर काम कर रही है। फिर, बीजेपी चाहेगी कि कोई और मजबूत साथी उनके साथ आए और राज्य में सरकार बनाए।
शरद पवार ने भी दी सफाई
NCP प्रमुख शरद पवार ने अपने भतीजे एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता अजित पवार के भावी राजनीतिक कदम के बारे में फैली अटकलों को मंगलवार को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी विधायकों की किसी ने कोई बैठक नहीं बुलाई है। उन्होंने कहा कि अजित पवार पार्टी के कामकाज में व्यस्त हैं और मीडिया को इस मुद्दे को बढ़ाने की जरूरत नहीं है।
इससे पहले, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के साथ बढ़ती निकटता के बारे में महाराष्ट्र के राजनीतिक हलकों में जारी अटकलों के बीच अजित पवार ने भी सोमवार को उन खबरों का खारिज कर दिया था कि उन्होंने मंगलवार को विधायकों की एक बैठक बुलाई है।
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अजित पवार के अगले राजनीतिक कदम के बारे में अटकलें पिछले हफ्ते तब शुरू हुईं, जब उन्होंने अचानक अपनी निर्धारित बैठकें रद्द कर दीं और ऐसी टिप्पणियां कीं जिन्हें भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खेमे के प्रति नरम माना गया।
शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने रविवार को अफवाहों को यह कहकर और बढ़ा दिया था कि शरद पवार ने हाल ही में उद्धव ठाकरे से कहा था कि उनकी पार्टी कभी भी बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएगी, भले ही कोई व्यक्तिगत स्तर पर ऐसा कोई निर्णय ले।