Railway Scam, Rajasthan News: राजस्थान (Rajasthan) के कोटा (Kota) से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक पति ने अपनी पत्नी को पढ़ाने और उसकी सरकारी नौकरी (Government Job) लगवाने के लिए जमीन तक गिरवी रख दी, लेकिन नौकरी मिलते ही पत्नी ने उसे छोड़ दिया। मामला तब और पेचीदा हो गया जब पति ने रेलवे सतर्कता विभाग (Railway Vigilance Department) और CBI (Central Bureau of Investigation) में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें दावा किया गया कि उसकी पत्नी ने फर्जी तरीके से रेलवे भर्ती परीक्षा पास की थी।
क्या है पूरा मामला?
कोटा (Kota) के सोगरिया रेलवे स्टेशन (Sogariya Railway Station) पर पॉइंट्समैन (Pointsman) के रूप में काम करने वाली सपना मीणा (Sapna Meena) को उसके पति मनीष मीणा (Manish Meena) की शिकायत के बाद सस्पेंड कर दिया गया है। पति का आरोप है कि सपना ने खुद परीक्षा नहीं दी थी, बल्कि उसकी जगह किसी और ने परीक्षा दी थी।
मनीष का कहना है कि उसने सपना की पढ़ाई के लिए अपनी जमीन तक गिरवी रखी, लेकिन जब नौकरी लग गई तो सपना ने उसे बेरोजगार बताकर छोड़ दिया। मामला सामने आने के बाद रेलवे विभाग ने सपना को निलंबित कर दिया और अब इस पूरे फर्जीवाड़े की जांच चल रही है।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
मनीष ने इंडिया टुडे (India Today) को दिए बयान में बताया कि उसने अपनी पत्नी की पढ़ाई के लिए पैसा खर्च किया और रेलवे भर्ती परीक्षा की तैयारी करवाई। लेकिन बाद में उसे पता चला कि परीक्षा में सपना की जगह किसी और ने बैठकर परीक्षा दी थी।
उसने आरोप लगाया कि सपना के रिश्तेदार चेतनराम (Chetanram) ने 15 लाख रुपये लेकर फर्जी उम्मीदवार (Proxy Candidate) की व्यवस्था की थी। परीक्षा के दौरान सपना की जगह लक्ष्मी मीणा (Laxmi Meena) नाम की लड़की ने परीक्षा दी और फोटो और पहचान पत्र फर्जी तरीके से इस्तेमाल किया गया।
नौकरी लगने के 6 महीने बाद छोड़ा पति
मनीष का कहना है कि जब सपना की नौकरी लग गई, तो महज छह महीने बाद उसने उसे छोड़ दिया और कहा कि वह एक बेरोजगार व्यक्ति के साथ नहीं रह सकती।
जब मनीष ने इस बारे में चेतनराम से बात की, तो उसने और 9 लाख रुपये की मांग कर दी। मनीष ने कहा कि उसने पैसे दे भी दिए, लेकिन उसे कोई नौकरी नहीं मिली।
इसके बाद मनीष ने रेलवे सतर्कता विभाग और सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद रेलवे विभाग ने इस मामले की जांच शुरू की।
CBI जांच में बड़ा खुलासा
शिकायत के बाद पश्चिम मध्य रेलवे (West Central Railway) के सतर्कता विभाग और CBI ने राजस्थान के करौली (Karauli), कोटा (Kota) और अलवर (Alwar) में छापेमारी की। जांच में यह सामने आया कि सपना की भर्ती प्रक्रिया में फर्जी फोटो और फर्जी पहचान का इस्तेमाल किया गया था।
सीबीआई ने सपना मीणा और कथित प्रॉक्सी उम्मीदवार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और अब इस घोटाले की गहन जांच जारी है।
क्या हो सकते हैं इसके कानूनी परिणाम?
अगर जांच में सपना और अन्य आरोपियों पर लगे आरोप सही साबित होते हैं, तो उनके खिलाफ IPC (Indian Penal Code) की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसमें धोखाधड़ी (Fraud), फर्जीवाड़ा (Forgery) और सरकारी भर्ती में गड़बड़ी (Recruitment Fraud) जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।
इसके अलावा, अगर यह साबित हो जाता है कि रेलवे भर्ती परीक्षा में धांधली हुई थी, तो सपना की सरकारी नौकरी पूरी तरह से खत्म हो सकती है और उसे जेल की सजा भी हो सकती है।
इस केस ने सरकारी नौकरियों में हो रहे फर्जीवाड़े को उजागर किया है। मनीष की शिकायत के बाद अब यह मामला CBI के हाथ में है और पूरे घोटाले की जांच जारी है। अगर यह आरोप सही साबित होता है, तो यह भारतीय रेलवे भर्ती प्रणाली के लिए एक बड़ा झटका होगा।