Bihar Muzaffarpur Suicide News : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया है। सकरा थाना क्षेत्र के मिश्रलिया गांव में एक पिता ने अपनी दो मासूम बेटियों के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। एक ही घर में तीन शव मिलने से पूरे इलाके में कोहराम मच गया है और हर कोई सदमे में है।
गोपीकार बाजार के पास स्थित एक साधारण से घर में जब सुबह काफी देर तक कोई हलचल नहीं हुई, तो पड़ोसियों को अनहोनी की आशंका हुई। दरवाजा खटखटाने पर भी जब कोई जवाब नहीं मिला, तो लोगों ने किसी तरह घर के अंदर झांककर देखा।
अंदर का मंजर देखकर हर किसी की रूह कांप उठी और आंखें नम हो गईं। घर के भीतर एक ही परिवार के तीन सदस्यों के शव फंदे से लटके हुए थे। देखते ही देखते यह खबर आग की तरह फैल गई और मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
‘आर्थिक तंगी और कर्ज का बोझ’
मृतकों की पहचान 36 वर्षीय अमरनाथ राम और उनकी दो नाबालिग बेटियों, 12 वर्षीय अनुराधा कुमारी और 11 वर्षीय शिवानी कुमारी के रूप में हुई है।
ग्रामीणों के मुताबिक, अमरनाथ राम पिछले काफी समय से आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ से बुरी तरह जूझ रहे थे। वे मेहनत-मजदूरी करके किसी तरह अपने परिवार का पेट पालने की कोशिश में लगे थे।
‘तनाव ने धकेला मौत के मुंह में’
गांव के लोगों का कहना है कि बढ़ती महंगाई और कर्ज की किश्तों ने उनकी मुश्किलों को और ज्यादा बढ़ा दिया था। अमरनाथ अक्सर परेशान और गहरे तनाव में दिखाई देते थे।
उन्होंने कई बार अपनी खराब आर्थिक स्थिति को लेकर चिंता भी जाहिर की थी, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि हालात इस हद तक बिगड़ चुके हैं कि वे ऐसा भयावह कदम उठा लेंगे और जिंदगी से हार मान लेंगे।
‘गांव में नहीं जले चूल्हे’
इस घटना के बाद पूरे मिश्रलिया गांव में मातम पसरा हुआ है। मासूम बच्चियों के निर्जीव शरीरों को देखकर हर कोई गहरे सदमे में है। गांव के कई घरों में चूल्हे तक ठंडे पड़ गए हैं और चेहरों पर शोक की साफ छाया है।
गांव की महिलाएं उन मासूम बच्चियों को याद करके बार-बार रो पड़ती हैं, जिनके सपने, पढ़ाई और हंसी एक पल में खत्म हो गई। बुजुर्ग इस घटना को समाज के लिए एक भयावह चेतावनी बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर समय रहते अमरनाथ को कोई सहारा मिल जाता तो शायद यह हादसा टल सकता था।
‘पुलिस कर रही हर एंगल से जांच’
सूचना मिलते ही सकरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। पुलिस ने चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर दिया है।
पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि क्या यह कदम सिर्फ आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव के कारण उठाया गया, या इसके पीछे कोई पारिवारिक विवाद, बाहरी दबाव, धमकी या लेन-देन का विवाद भी था।
प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लिया है। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष होगी और किसी भी तथ्य को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों की पुष्टि हो सकेगी।
मुख्य बातें (Key Points)
-
मुजफ्फरपुर के मिश्रलिया गांव में पिता और दो नाबालिग बेटियों के शव फंदे से लटके मिले।
-
मृतकों की पहचान अमरनाथ राम (36), अनुराधा (12) और शिवानी (11) के रूप में हुई।
-
ग्रामीणों के अनुसार, अमरनाथ लंबे समय से आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ से परेशान थे।
-
पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।






