Pakistani Firing Kills Indian Soldier : पाकिस्तान (Pakistan) और पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान की ओर से लगातार हमले किए जा रहे हैं। बीते चार दिनों से ड्रोन, मिसाइल और रॉकेट अटैक के जरिए सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार रात जम्मू (Jammu) के राजौरी (Rajouri) में पाकिस्तान द्वारा की गई गोलीबारी में हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) का एक जवान देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कांगड़ा (Kangra) जिले के शाहपुर (Shahpur) निवासी सूबेदार मेजर पवन कुमार (Subedar Major Pawan Kumar) जम्मू-कश्मीर के राजौरी में तैनात थे। शनिवार सुबह लगभग 7 बजे पाकिस्तान की ओर से भारी फायरिंग की जा रही थी, जिसका जवाब भारतीय सेना के जवान दे रहे थे। इसी दौरान पवन कुमार अपने साथियों के साथ जवाबी कार्रवाई में शामिल थे, तभी वह गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए। उपचार के दौरान अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।
शहादत की खबर मिलते ही परिवार और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। डीसी कांगड़ा (DC Kangra) हेमराज बैरवा (Hemraj Bairwa) ने इस दुखद घटना की पुष्टि की है। सेना ने पवन कुमार के परिजनों को शनिवार सुबह 9 बजे इस वीरगति की सूचना दी। पार्षद शुभम (Shubham), जो शाहपुर नगर पंचायत के वार्ड नंबर चार से हैं, ने बताया कि फिलहाल राजौरी में शहीद के पार्थिव शरीर का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है। इसके बाद शव को पैतृक गांव लाया जाएगा।
सूबेदार मेजर पवन कुमार 25 पंजाब रेजिमेंट (25 Punjab Regiment) में सेवाएं दे रहे थे और केवल दो महीने बाद ही उनकी रिटायरमेंट तय थी। लेकिन देश के लिए अपने फर्ज का निर्वहन करते हुए उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी। उनके पीछे पत्नी, एक बेटा, एक बेटी और माता-पिता शोक में हैं। पवन कुमार के पिता गरज सिंह (Garaj Singh) भी सेना में हवलदार पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जिससे यह परिवार सेना सेवा की परंपरा से जुड़ा हुआ है।
एसडीएम शाहपुर करतार चंद (SDM Shahpur Kartar Chand) ने भी जानकारी दी कि शहादत की पुष्टि परिजनों से मिली है और फिलहाल यूनिट से भी विस्तृत विवरण मंगवाया जा रहा है। प्रशासन शहीद परिवार से संपर्क में है और सभी आवश्यक सहायता मुहैया कराने के प्रयास किए जा रहे हैं।
यह घटना न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए गमगीन करने वाली है। एक समर्पित सैनिक, जो रिटायरमेंट के करीब था, ने राष्ट्र की सुरक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा।