आज होती इस कारोबारी के बेटे की शादी तो अनंत राधिका वेडिंग नहीं बन पाती ऐतिहासिक,

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मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की शादी की चर्चा पूरे देश में हो रही है. सिर्फ देश ही नहीं विदेशों से भी मेहमान इस शादी में शरीक होने के लिए आ रहे हैं. इस शादी को देश की सबसे महंगी शादियों में शुमार किया जा रहा है. लेकिन दो दशक पहले लखनऊ में एक शादी हुई थी. ये अपने दौर की सबसे महंगी शादियों में से एक थी.

शुक्रवार यानी 12 जुलाई को मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी हो रही है. इस शादी को भारत की सबसे महंगी शादियों में गिना जा रहा है. सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि​ पूरी दुनिया में इस शादी की चर्चा हो रही है. इंटरनेशनल मीडिया में इस शादी और इसकी भव्यता की चर्चा हो रही है. 12 जुलाई के इस आयोजन के लिए मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने आयोजन स्थल के आसपास के ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए एडवाइजरी तक जारी कर दी है. शादी के बाद 13 जुलाई को आशीर्वाद समारोह का आयोजन और 14 जुलाई को रिसेप्शन प्रोग्राम. इसका मतलब है कि पूरे तीन दिनों तक मुंबई जश्न के माहौल में डूबा होगा.

जब हम मुकेश अंबानी की र्रइसी और उनके के बेटे अनंत की शादी की चर्चा करते हैं तो करीब दो दशक पहले और एक और शादी की याद अनायास ही आ जाती है. ये शादी उस समय के रईसों में शुमार सुब्रत रॉय के बेटों की थी. तब उस शादी को देश की सबसे महंगी शादी करार दी गई थी. 500 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हुए इस शादी समारोह में देश का ऐसा कोई अहम शख्स नहीं था जो मौजूद ना रहा हो. सुब्रत रॉय के बेटों की शादी में देश के तत्कालिक प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई तक शरीक हुए थे.

अब जरा सोच कर देखिये कि उस वक्त जितना पैसा सुब्रत रॉय ने अपने बेटों की शादी में खर्च किया उसकी वैल्यू मौजूदा दौर में कितनी होगी? या यूं कहें कि अगर वैसी ही शादी सुब्रत रॉय ने मौजूदा समय में की होती तो कितना पैसा खर्च किया होता? हमने इसे फिक्स्ड डिपॉजिट के इंट्रस्ट रेट से नापने की कोशिश की है.

अगर 20 साल पहले 500 करोड़ रुपए से ज्यादा फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश किया होता तो औसतन 6.5 फीसदी के ब्याज से मौजूदा समय में कितना हो गया होता? चकरा गए ना आप. सुब्रत रॉय ने अगर मौजूदा दौर में अपने बेटों की शादी की होती तो मुकेश अंबानी के बेटे की शादी शायद ऐतिहासिक ना होती. आइए जरा समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर पूरा कैलकुलेशन कहता क्या है?

सुब्रत रॉय के बेटों की शादी में कितना हुआ खर्च?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सुब्रत रॉय के बेटों की शादी आयोजन 4 दिनों तक चला था. जैसा कि हमें मुकेश अंबानी के बेटे की शादी में देखने को मिला. तब इस शादी में 550 करोड़ रुपए का खर्च आया था. तब ये शादी देश की सबसे महंगी शादी में गिनी गई. सराहा ग्रुप के मालिक के बेटों की शादी की ​देश के घर-घर में चर्चा का विषय बन गई. पूरी ​दुनिया हैरत में थी.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस शादी में 10 हजार से ज्यादा लोग शरीक हुए थे. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अपने बेटों की शादी में सुब्रत रॉय ने देश के हर महत्वपूर्ण आदमी को इंवाइट किया था. उस समय देश के सबसे बड़े नेता और तत्कालिक प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई इस शादी में आए थे.

ये शादी उस समय इसलिए भी चर्चा का विषय बन गई थी, क्योंकि उस दौरान सुब्रत रॉय ने 101 वंचित लड़कियों की शादी का भी आयोजन किया था. साथ ही शादी के उत्सव के दौरान उन्होंने 15,000 से अधिक गरीब लोगों को भोजन कराया. उस समय इस शादी का आयोजन लखनऊ में किया गया था. सहारा ग्रुप के प्रमुख ने शादी के लिए दुनिया भर से मेहमानों को लाने—ले जाने के लिए प्राइवेट जेट किराए पर लिए थे. इस शादी में समारोह में 100 से अधिक व्यंजन परोसे गए थे.

अगर सुब्रत रॉय ने आज की होती अपने बेटों की शादी?

सहारा ग्रुप के चीफ सुब्रत रॉय हमारे बीच नहीं है. अगर वह जिंदा होते और अपने बेटों की शादी उसी अंदाज में करते जैसी उन्होंने दो दशक पहले की थी, तो कितना खर्च होता. ये सवाल इसलिए भी अहम है क्योंकि मौजूदा दौर में मुकेश अंबानी के बेटे की शादी कर रहे हैं. जिसे इस दौर की सबसे महंगी शादी माना जा रहा है.

जामनगर की प्री वेडिंग, उसके बाद 4 दिन का यूरोपीय क्रूज और उसके बाद हाल ही संपन्न हुई संगीत सेरेमनी. जिसमें कई सौ करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जाम नगर की प्री वेडिंग 1200 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हुए थे. ऐसे में ये कैलकुलेट करना भी उतना ही जरूरी हो जाता है कि सहारा ग्रुप के बेटों की शादी में जो खर्च ​हुआ था तो उसकी वैल्यू मौजूदा दौर में कितनी होती?

तो कुछ ऐसा है कैलकुलेशन

जैसा कि हमने आपको मीडिया रिपोर्ट के हवाले से बताया कि दो दशक पहले सुब्रत रॉय ने अपने बेटों की शादी में 550 करोड़ रुपए खर्च किए थे. अब जरा इसे फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश के नजरिये से देखने की कोशिश करें तो साल 2004 में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की फिक्स्ड डिपॉजिट में 550 करोड़ रुपए का निवेश किया होता और 6.5 फीसदी औसतन सालाना रिटर्न के हिसाब से मौजूदा समय में मैच्योरिटी के तौर पर 1,997 करोड़ रुपए हो गए होते.

इसका मतलब है कि दो दशक में 550 करोड़ रुपए की वैल्यू में 3.5 गुना से ज्यादा का इजाफा हो गया होता. ऐसे में सुब्रत रॉय के बेटों की शादी अगर मौजूदा दौर में हुई होती तो उसकी वैल्यू करीब 2 हजार करोड़ रुपए या उससे ज्यादा भी हो सकती थी. इसका मतलब है कि अगर सुब्रत रॉय के बेटों की शादी आज के दौर में हो रही होती या फिर हुई होती तो शायद मुकेश अंबानी के बेटे की शादी देश की सबसे महंगी शादियों में ना गिनी जाती.

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