बठिंडा, 29 मई (The News Air) लोकसभा क्षेत्र बठिंडा से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गुरमीत सिंह खुड्डियां ने किसानों से अपील की है कि वह उन भाजपा और अकाली दल को न भूलें जिन्होंने मिलकर ‘राहों में कंटे बिछाने’ की कहावत को मात देकर ‘राहों में कीलें गाड़ने’ का मुहावरा प्रचलित किया था।
उन्होंने कहा कि किसानों के गुस्से को अपने अहंकार से दबाने वाले भूल गए कि यह गड़े हुए कीलें एक दिन आपके कफन के आखिरी कील साबित होंगे। श्री खुड्डियां ने कहा कि सुखबीर सिंह बादल ने आंदोलनकारी किसानों को ‘माओवादी’ और नरेंद्र मोदी ने ‘आंदोलनजीवी’ कहकर उन्हें बदनाम किया। उन्होंने कहा कि जब अन्नदाताओं ने बादल गांव में बादलों के घर के आगे पक्का मोर्चा लगाकर उनकी शाह रग दबा दी, तब कहीं जाकर इन्होंने भाजपा से अलग होने का ‘नाटक’ किया। नाटक का राज यह था कि गठबंधन का आधा वोट बैंक अकाली दल के साथ रखना था, पर कुछ दिनों बाद ही इस नाटकबाजी का पर्दाफाश हो गया, जब ‘तेनु ताप चढ़े मैं हूँगा’ की कहावत की तरह अकाली-भाजपाई खुलेआम एक-दूसरे के साथ सांस फिर लेने लगे।
खुड्डियां ने खुलासा किया कि अब इन दोनों के साथ तीसरी कांग्रेस भी मिल गई है और अब तीनों एक-दूसरे के खिलाफ कमजोर उम्मीदवार खड़े करके ‘दोस्ताना मैच’ खेल रहे हैं। श्री खुड्डियां ने मतदाताओं को सचेत किया कि फैसला उनके हाथ में है कि संसद में पंजाब की नुमाइंदगी करने की बागडोर आम आदमी पार्टी के हाथ में सौंपनी है या ‘अमर अकबर एंथनी’ के। उन्होंने तर्क दिया कि एक तरफ वह बेअसर गठबंधन है, जिसने पंजाब के कमाई वाले असासों को सत्तर सालों में लूटने वाली कसरें निकाली हैं और दूसरी तरफ आम लोगों की पार्टी है जिसने दो सालों में रिकॉर्ड काम किए हैं और अब भी पंजाब को पैरों सिर खड़ा करने के लिए बड़ी शिद्दत से प्रयासरत है।
खुड्डियां ने गर्व के साथ उम्मीद जताई कि बठिंडा क्षेत्र उनका अपना परिवार है और परिवार के सदस्य वोटों के बड़े अंतर से जिताकर सदस्य संसद बनाएंगे। उन्होंने वादा किया कि वह हर एक वोटर द्वारा मिले फतवे की कीमत क्षेत्र के काम करवा के अदा करेंगे।
खुड्डियां ने आज विधानसभा क्षेत्र बठिंडा (देहाती) के गांव बहमन दीवाना, बुलाडे वाला, दिउण, बुर्ज महिमा, बल्लुआना, विर्क कलां, विर्क खुर्द, करमगढ़, सरदारगढ़, चुघे कलां, चुघे खुर्द, बीड बहमन, बीड बस्तियां, फूस मंडी, गुलाबगढ़, कोट फत्ता, गहरी भागी, महिता और संगत मंडी में लोग मिलनियां की।