नई दिल्ली, 01 जनवरी (The News Air): दिसंबर 2024 में भारत का जीएसटी कलेक्शन ₹1.77 लाख करोड़ रहा, जो पिछले साल की तुलना में 7.3% ज्यादा है। सरकार की ओर से जारी डेटा के मुताबिक, यह ग्रोथ देश की अर्थव्यवस्था में सुधार और टैक्स कलेक्शन की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है।
दिसंबर के जीएसटी आंकड़े:
- CGST: ₹32,836 करोड़
- SGST: ₹40,499 करोड़
- IGST: ₹91,233 करोड़
- सेस (CESS): ₹12,301 करोड़
हालांकि, नवंबर 2024 में यह कलेक्शन ₹1.82 लाख करोड़ था, जो दिसंबर के मुकाबले अधिक है।
महीनेवार जीएसटी कलेक्शन 2024 का पूरा विश्लेषण: सरकार ने हर महीने का डेटा जारी किया है। नीचे हर महीने के जीएसटी कलेक्शन का विवरण दिया गया है:
- जनवरी 2024: ₹1.72 लाख करोड़
- फरवरी 2024: ₹1.68 लाख करोड़
- मार्च 2024: ₹1.78 लाख करोड़
- अप्रैल 2024: ₹2.10 लाख करोड़ (साल का सबसे उच्चतम)
- मई 2024: ₹1.73 लाख करोड़
- जून 2024: ₹1.74 लाख करोड़
- जुलाई 2024: ₹1.82 लाख करोड़
- अगस्त 2024: ₹1.75 लाख करोड़
- सितंबर 2024: ₹1.73 लाख करोड़
- अक्टूबर 2024: ₹1.87 लाख करोड़
- नवंबर 2024: ₹1.82 लाख करोड़
- दिसंबर 2024: ₹1.77 लाख करोड़
क्या कहते हैं आंकड़े? : अप्रैल 2024 में ₹2.10 लाख करोड़ के साथ जीएसटी कलेक्शन अपने शिखर पर था। वहीं, फरवरी 2024 में ₹1.68 लाख करोड़ के साथ यह साल का सबसे कम कलेक्शन था।
जीएसटी कलेक्शन में बढ़ोतरी के कारण:
- टैक्स बेस का विस्तार और बेहतर अनुपालन।
- डिजिटलाइजेशन और ई-इनवॉयसिंग सिस्टम का प्रभाव।
- अर्थव्यवस्था में सुधार और व्यापारिक गतिविधियों में तेजी।
जीएसटी कलेक्शन का महत्व: जीएसटी कलेक्शन का सीधा संबंध सरकार के राजस्व और देश की आर्थिक स्थिरता से है। बढ़ता कलेक्शन विकास योजनाओं को मजबूत करता है और वित्तीय घाटे को कम करता है।