India Pakistan Cricket Ban : भारत (India) के पूर्व सलामी बल्लेबाज और मौजूदा मुख्य कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ क्रिकेट खेलने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि जब तक सीमा पार आतंकवाद (Cross-border Terrorism) बंद नहीं होता, तब तक भारत को पाकिस्तान के साथ किसी भी स्तर पर क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए। एबीपी न्यूज (ABP News) के एक कार्यक्रम में मंगलवार को गंभीर ने यह मांग बीसीसीआई (BCCI) से की है।
गंभीर ने कहा कि भारत को एशिया कप (Asia Cup) और आईसीसी टूर्नामेंट्स (ICC Tournaments) जैसे बहु-टीम आयोजनों में भी पाकिस्तान से भिड़ने से परहेज करना चाहिए। उन्होंने दो टूक कहा कि कोई भी मैच, कोई भी फिल्म या कोई भी शो, भारतीय नागरिकों और सैनिकों की जान से ऊपर नहीं हो सकता। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर (South Kashmir) के पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, और इसके बाद भारत ने कई सख्त कदम उठाए हैं।
गंभीर ने इस बातचीत में भारत की कड़ी प्रतिक्रिया का समर्थन किया, जिसमें सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को निलंबित करना, अटारी (Attari) सीमा को बंद करना और राजनयिक रिश्तों को कम करना शामिल है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार पाकिस्तान से हर मोर्चे पर दूरी बना रही है, तो क्रिकेट को इससे अलग नहीं रखा जाना चाहिए।
जब गंभीर से पूछा गया कि क्या इस साल एशिया कप और अगले साल भारत-श्रीलंका (India-Sri Lanka) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित होने वाले टी20 विश्व कप (T20 World Cup) में भारत को पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलना चाहिए, तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह निर्णय बीसीसीआई और भारत सरकार को लेना है। हालांकि, उन्होंने दोहराया कि उनकी व्यक्तिगत राय यही है कि कोई भी क्रिकेटिंग संबंध पूरी तरह से रोक दिए जाएं।
गंभीर ने यह भी याद दिलाया कि भारत ने हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) में सुरक्षा कारणों से अपने सभी मैच दुबई (Dubai) में खेले थे, जबकि मेज़बान देश पाकिस्तान था। इसके अलावा, आईसीसी और दोनों देशों के क्रिकेट बोर्डों के बीच हुए समझौते के अनुसार 2027 तक भारत-पाकिस्तान के बीच सभी मुकाबले किसी तटस्थ स्थल (Neutral Venue) पर ही आयोजित किए जाएंगे।
गंभीर ने भावुक अंदाज़ में कहा, “मैच होते रहेंगे, फिल्में बनती रहेंगी, लेकिन एक सैनिक या नागरिक की जान की कोई कीमत नहीं होती।” उनका यह बयान न सिर्फ भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को झकझोरने वाला है, बल्कि यह बीसीसीआई और सरकार के सामने एक गंभीर सवाल भी खड़ा करता है – क्या अब पाकिस्तान से क्रिकेट संबंध पूरी तरह से खत्म किए जाने चाहिए?