Anmol Bishnoi NIA Custody : दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में आज एक अहम सुनवाई हुई, जहाँ गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई की पेशी के दौरान राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बेहद गंभीर दावे किए। कोर्ट ने दलीलों को सुनने के बाद अनमोल को 11 दिनों के लिए NIA की हिरासत में भेज दिया है, जहाँ अब उससे कड़ाई से पूछताछ की जाएगी।
पटियाला हाउस कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान जांच एजेंसी और बचाव पक्ष के बीच जोरदार बहस देखने को मिली। NIA ने कोर्ट से गैंगस्टर की 15 दिनों की रिमांड मांगी थी, ताकि उसके गुनाहों की पूरी कुंडली खंगाली जा सके।
’35 मर्डर केस से सीधा कनेक्शन’
सुनवाई के दौरान NIA ने जज के सामने जो तर्क रखे, वे बेहद सनसनीखेज थे। एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि अनमोल बिश्नोई कोई छोटा-मोटा अपराधी नहीं है, बल्कि उसका सीधा कनेक्शन 35 हत्या के मामलों (Murder Cases) से है।
यह जानकारी सामने आते ही मामले की गंभीरता और बढ़ गई है। NIA का मानना है कि हिरासत में लेकर पूछताछ करने से इन हत्याओं और उनके पीछे की साजिशों से जुड़े कई अहम राज खुल सकते हैं।
‘गैंगस्टर नेटवर्क और फंडिंग पर वार’
आखिर NIA को रिमांड क्यों चाहिए? इस पर एजेंसी ने कोर्ट में स्पष्ट किया कि उनका मुख्य मकसद सिर्फ अनमोल से पूछताछ करना नहीं, बल्कि उसके पूरे ‘गैंगस्टर नेटवर्क’ को ध्वस्त करना है।
एजेंसी अब अनमोल से यह उगलवाने की कोशिश करेगी कि उसका नेटवर्क कैसे काम करता है और सबसे अहम बात—इस पूरे अपराध जगत को चलाने के लिए ‘फंडिंग चेन’ (Funding Chain) कहां से ऑपरेट हो रही है। पैसों के इसी फ्लो को ट्रैक करने के लिए कस्टडी बेहद जरूरी बताई गई।
‘जानें पूरा मामला’
आज तक डिजिटल की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई की पेशी से जुड़ा है। NIA ने उसे कोर्ट में पेश किया और जांच को आगे बढ़ाने के लिए 15 दिन की रिमांड मांगी। हालांकि, पटियाला हाउस कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद 15 की जगह 11 दिन की रिमांड मंजूर की है। अब अगले 11 दिनों तक अनमोल NIA के सवालों के घेरे में होगा, जहां उसके नेटवर्क और फंडिंग से जुड़े काले चिट्ठे खोले जाएंगे।
‘मुख्य बातें (Key Points)’
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पटियाला हाउस कोर्ट ने गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई को 11 दिन की NIA कस्टडी में भेजा।
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NIA ने कोर्ट से 15 दिनों की रिमांड मांगी थी।
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जांच एजेंसी ने कोर्ट में बताया कि अनमोल का 35 मर्डर केस से सीधा कनेक्शन है।
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रिमांड के दौरान गैंगस्टर के नेटवर्क और फंडिंग चेन की गहराई से जांच की जाएगी।






