Mohammad Azharuddin Telangana Minister : क्रिकेट के मैदान से सत्ता की पिच तक का लंबा सफर तय करते हुए पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन अब तेलंगाना सरकार में मंत्री बन गए हैं। शुक्रवार को उन्होंने मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी की कैबिनेट में मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ली।
राजभवन में ली शपथ हैदराबाद के राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने अजहरुद्दीन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी समेत कैबिनेट के कई महत्वपूर्ण नेता मौजूद थे।
कैबिनेट में 16 मंत्री, 2 जगह खाली अजहरुद्दीन के शामिल होने के साथ ही तेलंगाना कैबिनेट में मंत्रियों की कुल संख्या बढ़कर 16 हो गई है। राज्य विधानसभा की कुल संख्या के अनुसार, तेलंगाना में अधिकतम 18 मंत्री हो सकते हैं। इसका मतलब है कि अभी भी कैबिनेट में दो मंत्रियों की जगह खाली है।
जुबली हिल्स उपचुनाव पर नजर पूर्व क्रिकेटर की इस नियुक्ति को कांग्रेस पार्टी की एक अहम रणनीतिक चाल के तौर पर देखा जा रहा है। पार्टी जुबली हिल्स उपचुनाव में पूरी ताकत से उतर रही है, जहां एक लाख से अधिक मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। यह उपचुनाव BRS विधायक मगंती गोपीनाथ की जून में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु के बाद जरूरी हुआ है।
MLC की नियुक्ति अभी भी लंबित दिलचस्प बात यह है कि तेलंगाना सरकार ने अगस्त के आखिरी हफ्ते में ही अजहरुद्दीन को राज्यपाल कोटे से विधान परिषद (MLC) के सदस्य के रूप में नामित किया था। हालांकि, राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने अभी तक उस नियुक्ति को अपनी मंजूरी नहीं दी है।
अल्पसंख्यक चेहरे के तौर पर मिली एंट्री अजहरुद्दीन ने 2023 का विधानसभा चुनाव जुबली हिल्स सीट से ही कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। तेलंगाना कांग्रेस की ओर से पार्टी आलाकमान से यह मांग की जा रही थी कि अजहरुद्दीन को मंत्री बनाया जाए, क्योंकि अब तक राज्य कैबिनेट में किसी भी अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं था। उनके शामिल होने के साथ ही वे रेवंत रेड्डी की कैबिनेट में पहले अल्पसंख्यक मंत्री बन गए हैं।
बिहार चुनाव पर भी है नजर? कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि AICC ने अजहरुद्दीन को कैबिनेट में शामिल करने पर इसलिए भी जोर दिया, क्योंकि आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं की बड़ी संख्या को देखते हुए यह कदम राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है।
‘अजहर’ का सियासी सफर मोहम्मद अजहरुद्दीन भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे हैं। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने 2009 में कांग्रेस का हाथ थामा और उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद सीट से सांसद भी चुने गए। 2019 में उन्होंने हैदराबाद से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। 2023 में तेलंगाना के जुबली हिल्स से विधानसभा चुनाव हारने के बाद अब उन्हें मंत्री बनाया गया है।
मुख्य बातें (Key Points):
- पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन तेलंगाना की रेवंत रेड्डी सरकार में मंत्री बन गए हैं।
- राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
- वह रेवंत रेड्डी कैबिनेट में शामिल होने वाले पहले अल्पसंख्यक समुदाय के मंत्री हैं।
- इस कदम को जुबली हिल्स उपचुनाव और आगामी बिहार चुनाव की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।






