नई दिल्ली, 1 दिसंबर (The News Air) मुख्यमंत्री आतिशी ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर दिल्ली के 10,000 से ज्यादा बस मार्शलों की फिर से नियुक्ति के प्रस्ताव को तुरंत मंजूरी देने का अनुरोध किया है। उन्होंने बसों में महिलाओं की सुरक्षा में इन मार्शलों की अहम भूमिका बताते हुए प्रस्ताव में देरी पर चिंता जताई। एलजी को यह प्रस्ताव 13 नवंबर 2024 को भेजा गया था।
अपने पत्र में सीएम आतिशी ने बताया कि बस मार्शलों की नियुक्ति से पहले महिलाएं बसों में असुरक्षित महसूस करती थीं। उन्होंने लिखा, “हमारी माताएं, बहनें और बेटियां असुरक्षित महसूस करती थीं। उनके लिए काम, स्कूल या कॉलेज जाने के लिए बस में सफर करना एक चुनौती था। यह दर्द हर परिवार महसूस करता था।”
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने इस समस्या का समाधान करने के लिए 10,000 से ज्यादा बस मार्शल नियुक्त किए, जिन्होंने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की। सीएम आतिशी के अनुसार, इन मार्शलों की वजह से कई असामाजिक तत्वों को पकड़ा गया और पहली बार महिलाओं ने बसों में सुरक्षित महसूस किया। उन्होंने लिखा, “ये मार्शल महिलाओं के लिए उम्मीद की किरण बन गए और उन्हें भरोसा दिया कि कोई भी असामाजिक तत्व उन्हें परेशान नहीं करेगा।”
हालांकि, उन्होंने दुख जताया कि केंद्र सरकार के निर्देशों पर काम कर रहे कुछ अधिकारियों ने पहले इन मार्शलों का वेतन रोक दिया और फिर 31 अक्टूबर 2023 को उनकी नौकरी खत्म कर दी। सीएम आतिशी ने लिखा, “दिल्ली सरकार ने इन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन उन्हें जवाबदेह ठहराने के बजाय उन्हें प्रमोशन दे दिया गया।”
उन्होंने बताया कि बस मार्शलों की सेवाएं समाप्त होने से न सिर्फ 10,000 परिवारों की रोजी-रोटी छिन गई है, बल्कि बसों में सफर कर रहीं महिलाओं की सुरक्षा पर भी बड़ा असर पड़ा है। सीएम आतिशी ने एलजी से निवेदन करते हुए लिखा, “इन मार्शलों की नौकरी खत्म करके उस सुरक्षा ढांचे को कमजोर कर दिया गया है, जिसने लाखों महिलाओं को हर दिन निडर होकर सफर करने का भरोसा दिया था।”
मुख्यमंत्री ने एलजी को बताया कि दिल्ली सरकार ने 13 नवंबर 2024 को एकमत से बस मार्शलों की फिर से नियुक्ति का प्रस्ताव पास किया और उनके कार्यालय को भेजा। लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। उन्होंने लिखा, “दो हफ्ते से ज्यादा समय हो गया है, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ। मैं इस देरी का कारण समझ नहीं पा रही हूं।”
सीएम आतिशी ने पत्र के अंत में एलजी से अपील करते हुए लिखा, “मैं आपसे निवेदन करती हूं कि इस प्रस्ताव को जल्द मंजूरी दें, ताकि इन 10,000 परिवारों की जिंदगी में फिर से रौशनी आ सके और महिलाएं बसों में फिर से सुरक्षित महसूस कर सकें।” उन्होंने कहा कि पूरी सरकार, मार्शलों के परिवार और दिल्ली की महिलाएं एलजी की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं।