Farmers Protest: न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price – MSP) समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों और केंद्र सरकार के बीच आज चंडीगढ़ (Chandigarh) में छठी वार्ता होने जा रही है। इस बातचीत में केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan), प्रह्लाद जोशी (Prahlad Joshi) और पीयूष गोयल (Piyush Goyal) हिस्सा लेंगे। वहीं, पंजाब सरकार (Punjab Government) की तरफ से कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां (Gurmeet Singh Khuddian), वित्त मंत्री हरपाल चीमा (Harpal Cheema) और लाल चंद कटारूचक्क (Lal Chand Kataruchakk) बैठक में मौजूद रहेंगे।
डल्लेवाल एम्बुलेंस से पहुंचे चंडीगढ़
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) (Sanyukt Kisan Morcha – Non-Political) के प्रमुख जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) और किसान मजदूर मोर्चा (Kisan Mazdoor Morcha) के नेता सरवन सिंह पंधेर (Sarwan Singh Pandher) के नेतृत्व में 28 किसान नेता इस अहम बैठक का हिस्सा बनेंगे। डल्लेवाल को खनौरी बॉर्डर (Khannauri Border) से एम्बुलेंस के जरिए चंडीगढ़ लाया गया है, क्योंकि उनकी तबीयत ठीक नहीं है। इससे पहले 14 फरवरी को भी वे मीटिंग में शामिल हुए थे और उस समय उन्होंने केंद्र सरकार के साथ हुई चर्चा को “पॉजिटिव” बताया था।
पंधेर का दिल्ली कूच का अल्टीमेटम
सरवन सिंह पंधेर ने साफ कर दिया है कि अगर आज की वार्ता से सकारात्मक परिणाम नहीं निकलते, तो किसान 25 फरवरी को दिल्ली (Delhi) कूच करेंगे। पंधेर का कहना है कि सरकार को जल्द समाधान निकालना चाहिए, अन्यथा आंदोलन और तेज किया जाएगा।
किसानों की प्रमुख मांगें
किसानों की मुख्य मांग न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी कानून, कर्ज माफी, और पेंशन योजना से जुड़ी हुई हैं। इससे पहले की वार्ताओं में भी किसानों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
आज की बैठक से क्या उम्मीदें?
इस वार्ता को सरकार और किसानों के बीच अंतिम कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। अगर आज समाधान नहीं निकला तो दिल्ली में बड़ा प्रदर्शन हो सकता है, जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी असर पड़ सकता है।
किसानों का यह आंदोलन सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि केंद्र सरकार इस वार्ता में किस तरह की पेशकश करती है और क्या किसान अपने आंदोलन को खत्म करने पर विचार करेंगे या दिल्ली कूच की योजना को आगे बढ़ाएंगे।