India-Pakistan Ceasefire : भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव को शनिवार को एक अहम मोड़ मिला, जब दोपहर 3:35 बजे पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने भारत के DGMO को फोन कर सीजफायर (Ceasefire) की पेशकश की। इस फोन कॉल में दोनों देशों के बीच तत्काल प्रभाव से यानी शाम 5 बजे (Indian Standard Time) से जमीनी, हवाई और समुद्री मोर्चों पर हर तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई को पूरी तरह से रोकने पर सहमति बन गई। इस ऐतिहासिक फैसले की पुष्टि खुद भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री (Vikram Misri) ने की है।
इस सीजफायर की इनसाइड स्टोरी काफी गंभीर घटनाओं से जुड़ी है। दरअसल, 22 अप्रैल को पहलगाम (Pahalgam) में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने एक आतंकी हमला किया था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी। इसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) चलाकर पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था और एक पूर्ण युद्ध की आशंका बनने लगी थी।
हालांकि, शनिवार को अचानक पाकिस्तान के DGMO की ओर से भारत के DGMO को कॉल कर शांति की पेशकश की गई। इस कॉल के बाद तुरंत ही दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों को सीजफायर लागू करने का आदेश दे दिया गया। यह भी तय किया गया है कि 12 मई को दोनों DGMO दोबारा बातचीत करेंगे।
इस घटनाक्रम के बीच अमेरिका (United States) की भूमिका भी सामने आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने ‘ट्रुथ सोशल’ (Truth Social) पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम अमेरिका की मध्यस्थता से संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की मध्यस्थता में पूरी रात चली बातचीत के बाद दोनों देश पूर्ण संघर्षविराम पर सहमत हो गए हैं।
इसके अलावा अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो (Marco Rubio) ने भी पुष्टि की कि पिछले दो दिनों में उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस (Vance) के साथ मिलकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) और दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से बातचीत की थी। इन बातचीतों के बाद ही यह बड़ा समझौता संभव हो सका।
रुबियो ने कहा, “हम प्रधानमंत्री मोदी और शरीफ की दूरदर्शिता और विवेक की सराहना करते हैं, जिन्होंने शांति का मार्ग चुना।” अमेरिका के अनुसार, दोनों देश अब तटस्थ स्थान पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करेंगे।
भारत-पाकिस्तान के बीच यह अचानक हुआ सीजफायर न केवल दोनों देशों के लिए, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया के लिए शांति और स्थिरता की नई शुरुआत का संकेत है। इससे न केवल सीमा पर गोलीबारी रुकेगी, बल्कि क्षेत्र में तनाव भी काफी हद तक कम हो सकता है।






