Thailand-Cambodia Conflict: दक्षिण पूर्व एशिया में थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दोनों देशों के बीच युद्धविराम (Ceasefire) की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद, कंबोडिया ने थाईलैंड पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कंबोडिया का दावा है कि सीजफायर पर सहमति के बावजूद, थाई सेना ने उनके क्षेत्र में हवाई हमले जारी रखे हैं, जिससे एक बार फिर क्षेत्र में युद्ध की आशंका गहरा गई है।
‘कंबोडिया का दावा: F16 विमानों से गिराए गए बम’
कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी कर बताया है कि युद्धविराम की घोषणा के बावजूद, थाईलैंड की सेना लगातार हमले कर रही है। कंबोडियाई सेना के अनुसार, थाई सेना ने अमेरिकी निर्मित दो F16 लड़ाकू विमानों (F16 Fighter Jets) का इस्तेमाल करते हुए कंबोडिया की सीमा के भीतर कई स्थानों पर सात बम गिराए हैं।
यह हमला तब हुआ है जब कुछ ही समय पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने थाईलैंड और कंबोडिया के प्रधानमंत्रियों से बात करके युद्धविराम सुनिश्चित कर दिया है। कंबोडिया का कहना है कि अब तक ये हमले रुके नहीं हैं, जो सीधे तौर पर ट्रंप के दावों पर सवालिया निशान लगाता है। हैरानी की बात यह है कि थाईलैंड की तरफ से इन गंभीर आरोपों पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
‘भारत की अपील: संयम बरतें दोनों देश’
इस बढ़ते तनाव पर भारत सरकार ने भी अपनी चिंता जाहिर की है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान में कहा कि भारत इस विवाद से जुड़े प्राचीन मंदिर के संरक्षण को लेकर लंबे समय से चिंतित है। भारत ने दोनों ही पक्षों से संयम बरतने, दुश्मनी बंद करने और बातचीत व अमन के रास्ते पर लौटने की अपील की है। भारत ने उम्मीद जताई है कि मंदिर और उससे जुड़ी सुविधाओं की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
‘मंदिर विवाद और F16 पर सवाल’
यह पूरा संघर्ष एक प्राचीन ‘प्रीविहर मंदिर’ (Preah Vihear Temple) को लेकर है, जो दोनों देशों की सीमा पर स्थित है। 1962 में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने इस मंदिर को कंबोडिया का हिस्सा बताया था, लेकिन थाईलैंड ने इस फैसले को कभी पूरी तरह स्वीकार नहीं किया। इस विवाद के कारण लाखों लोग बेघर हो चुके हैं और अब मंदिर को भी निशाना बनाए जाने की खबरें हैं, जिससे यूनेस्को (UNESCO) भी चिंतित है क्योंकि यह एक विश्व धरोहर स्थल है।
इस संघर्ष में F16 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल अमेरिका के लिए भी असहज स्थिति पैदा कर रहा है। F16 अमेरिकी विमान हैं और इनका इस्तेमाल दूसरे देशों (जैसे पाकिस्तान और थाईलैंड) द्वारा किए जाने पर अक्सर सवाल उठते हैं। क्या थाईलैंड इन विमानों का इस्तेमाल अमेरिका की सहमति से कर रहा है या बिना पूछे, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
‘ट्रंप की कूटनीति पर सवाल’
डोनाल्ड ट्रंप ने मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम की भूमिका की भी तारीफ की थी और खुद को शांतिदूत के रूप में पेश करते हुए युद्धविराम का श्रेय लिया था। लेकिन कंबोडिया के ताजा दावों ने उनकी कूटनीतिक सफलता पर पानी फेर दिया है। यह घटना ट्रंप के उन दावों की पोल खोलती है, जिसमें वे खुद को नोबेल शांति पुरस्कार का हकदार बताते हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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ट्रंप द्वारा सीजफायर के ऐलान के बाद कंबोडिया ने थाईलैंड पर बमबारी जारी रखने का आरोप लगाया।
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कंबोडिया का दावा है कि थाई सेना ने F16 लड़ाकू विमानों से 7 बम गिराए।
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यह विवाद प्राचीन ‘प्रीविहर मंदिर’ पर कब्जे को लेकर है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट ने कंबोडिया का बताया था।
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भारत ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत के जरिए मामला सुलझाने की अपील की है।
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इस घटना ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के कूटनीतिक दावों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।






