EPS Pension Hike News : सरकारी कर्मचारियों की तरह अब प्राइवेट सेक्टर में काम करने वालों के लिए भी एक बड़ी और राहत भरी खबर सामने आ रही है। अगर आप भी प्राइवेट नौकरी करते हैं और ईपीएफओ (EPFO) के सदस्य हैं, तो जल्द ही आपकी मासिक पेंशन में जबरदस्त इजाफा हो सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के तहत मिलने वाली न्यूनतम पेंशन को कई गुना बढ़ाने की तैयारी चल रही है, जिसका सीधा फायदा रिटायरमेंट के बाद आपके जीवन स्तर पर पड़ेगा।
प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए पेंशन को लेकर एक नई उम्मीद जागी है। फिलहाल ईपीएफओ के तहत कर्मचारियों को न्यूनतम ₹1000 प्रति महीना पेंशन मिलती है। वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह राशि साल 2000 में तय की गई थी और तब से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। लेकिन अब मई 2025 से इस न्यूनतम पेंशन को बढ़ाकर ₹7500 किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।
महंगाई भत्ते (DA) का मिलेगा साथ
इस संभावित बढ़ोतरी का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद एक सम्मानजनक जीवन देना है। सबसे खास बात यह है कि नई पेंशन योजना में मुद्रास्फीति (Inflation) को देखते हुए ‘महंगाई भत्ता’ (DA) का घटक भी शामिल किया जा सकता है। इसे साल में दो बार समायोजित (adjust) किया जाएगा, ताकि बढ़ती महंगाई का असर बुजुर्गों की जेब पर कम पड़े। सरकार ईपीएफओ के तहत मिलने वाली इस राशि में इजाफा करने के लिए काम शुरू कर चुकी है।
यूनियनों की मांग और सरकार का रुख
अलग-अलग कर्मचारी संगठन और ट्रेड यूनियन लंबे समय से यह शिकायत कर रहे हैं कि आज की महंगाई में ₹1000 की पेंशन ऊंट के मुंह में जीरा समान है। उनकी मांग है कि इसे बढ़ाकर सीधा ₹7500 किया जाए। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में विरोधाभास भी है। कुछ रिपोर्ट्स का दावा है कि सीबीटी (Central Board of Trustees) शायद पेंशन में सीधे 7.5 गुना की वृद्धि (₹7500) न करे, बल्कि किसी अन्य आंकड़े पर विचार करे। अभी तक अंतिम मुहर नहीं लगी है कि बढ़ोतरी कितनी होगी, लेकिन चर्चाओं का बाजार गर्म है।
पेंशन पाने के लिए ये हैं जरूरी शर्तें
पेंशन का लाभ उठाने के लिए कुछ तकनीकी शर्तें भी जान लेना जरूरी है। ईपीएस (EPS) के तहत पेंशन पाने के लिए कर्मचारी का ईपीएफओ सदस्य होना अनिवार्य है और कम से कम 10 साल तक उनका पीएफ कटना चाहिए। पेंशन का लाभ 58 साल की उम्र के बाद मिलना शुरू होता है। मौजूदा नियमों में पेंशन योग्य वेतन की अधिकतम सीमा ₹15,000 प्रति महीना है। इसका गणित यह है कि अगर किसी सदस्य ने 35 साल तक नौकरी की है, तो उसे अधिकतम ₹7500 प्रति महीना पेंशन मिल सकती है।
‘जानें पूरा मामला’
कर्मचारी पेंशन योजना (EPS-95) के तहत संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन दी जाती है। लंबे समय से न्यूनतम पेंशन ₹1000 पर स्थिर है, जो मौजूदा आर्थिक हालातों में नाकाफी साबित हो रही है। कर्मचारी संगठन और पेंशनभोगी लगातार इसे बढ़ाने और इसे महंगाई सूचकांक से जोड़ने की मांग कर रहे हैं। अब मई 2025 की समयसीमा को लेकर नई उम्मीदें बंधी हैं कि सरकार इस पर कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
मुख्य बातें (Key Points)
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संभावित बढ़ोतरी: न्यूनतम पेंशन ₹1000 से बढ़ाकर ₹7500 करने की उम्मीद।
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लागू होने का समय: नई दरें मई 2025 से प्रभावी हो सकती हैं।
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महंगाई भत्ता: पेंशन में अब महंगाई भत्ता जोड़ने की भी योजना है, जो साल में दो बार अपडेट होगा।
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पात्रता: कम से कम 10 साल की नौकरी और ईपीएफओ की सदस्यता अनिवार्य है।






