केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम मामले में कई राज्यों में छापेमारी के बाद राजस्थान सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के संयुक्त निदेशक वेद प्रकाश यादव को गिरफ्तार कर लिया है। ED ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए राजस्थान के दो लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया। सर्च ऑपरेशन के दौरान मिले तमाम सबूतों और दस्तावेजों के आधार पर राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित योजना भवन में कार्यरत अधिकारी वेद प्रकाश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। सूत्रों ने बताया कि अभी कई अन्य बड़े अधिकारी एजेंसी के रडार पर हैं।
सूत्रों के मुताबिक, यादव को बुधवार देर रात गिरफ्तार किया गया। ईडी ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और राजस्थान के जयपुर में छापेमारी की तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद और जब्त किए गए। आज यानी गुरुवार को ईडी दस्तावेजों के बारे में यादव से पूछताछ कर सकती है। ईडी द्वारा जुटाए गए सबूतों से उनका आमना-सामना कराया जाएगा। एजेंसी अधिकारी को राजस्थान की विशेष PMLA अदालत में पेश करेगी। सूत्रों ने कहा कि वे उसकी कस्टडी की मांग करेंगे।
योजना भवन से बरामद हुए थे करोड़ों रुपये
ED के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर कहा, “हम 2 करोड़ 31 लाख रुपये की नकदी के संभावित लिंक की जांच कर रहे हैं, जो जयपुर स्थित योजना भवन के तहखाने से बरामद की गई थी। मई में 2.31 करोड़ रुपये नकद और एक किलो सोना बरामद हुआ था।”
जयपुर पुलिस ने मामले में यादव को आरोपी बनाया था। इसके बाद अशोक नगर थाना प्रभारी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) में रिपोर्ट दर्ज कराई। फिर यादव को हिरासत में ले लिया गया और एसीबी को सौंप दिया गया। पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर यादव पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। फिलहाल ईडी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
कई रसूखदार लोग भी रडार पर
ED के सूत्रों के मुताबिक, वेद प्रकाश यादव की गिरफ्तारी के बाद अब जांच का दायरा काफी आगे बढ़ने वाला है। एजेंसी के रडार पर यादव के साथ-साथ अब उससे जुड़े कई अन्य सीनियर अधिकारी भी आ गए हैं। लिहाजा इस मामले में जल्द ही कई अधिकारियों को पूछताछ के लिए समन भेजा जाएगा। सूत्रों की अगर मानें तो इस मामले में तफ्तीश के दौरान कई ऐसे इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिले हैं जिसके आधार पर भ्रष्ट्राचार के कुछ नए मामले भी सामने आ सकते हैं। भ्रष्टाचार का यह मामला राजस्थान विधानसभा चुनाव में प्रमुख मुद्दा बन सकता है।