Dharmendra Life Philosophy अपनी दमदार शायरी और दिल को छू लेने वाले शब्दों के ज़रिए, बॉलीवुड के हीमैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र ने जीवन का एक अनमोल मंत्र साझा किया है। उन्होंने बताया कि हर इंसान अपनी तकदीर का मालिक खुद है, और खुशियों का असली रहस्य अच्छी सेहत और नेकी की राह पर चलने में छिपा है।
दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र ने अपने फैंस के साथ दिल की बात करते हुए कुछ ऐसी बातें कहीं जो सीधे हर दिल को छू गईं। उन्होंने कहा कि लहर खुशी की आते ही चली जाती है, लेकिन गम की घड़ी को जाने में वक्त लगता है। इस बात से उन्होंने संकेत दिया कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन हमें मजबूत बने रहना चाहिए।
आप हैं अपनी तकदीर के मालिक
धर्मेंद्र ने एक बेहद दार्शनिक शेर सुनाया, जिसका सार यह था कि हर कोई अपनी तकदीर खुद लिख सकता है। उन्होंने कहा कि देख मुझे अपना ही ‘कातबे तकदीर’, मेरा मालिक भी मेरे साथ हो गया। ‘कातबे तकदीर’ का अर्थ है अपनी तकदीर की किताब लिखने वाला। उनका मानना है कि अगर आप नेक नीयत से आगे बढ़ते हैं, तो जीत एक दिन आपकी ही होगी।
नेकी से बड़ा कोई ग्रंथ नहीं
उन्होंने नेकी और बदी (अच्छाई और बुराई) के फर्क को भी गहराई से समझाया। धर्मेंद्र के अनुसार, बदी का अंत कहीं न कहीं पास ही होता है और उसे एक दिन खत्म होना ही है। इसके विपरीत, नेकी यानी भलाई का कहीं कोई अंत नहीं होता। उनका स्पष्ट संदेश है कि दुनिया में नेकी की किताब पढ़ लेने से बड़ा कोई दूसरा ग्रंथ नहीं है। यह उनकी जीवन भर की सीख का सार लगता है।
सेहत की खूबसूरती है जिंदगी
अपने संदेश के अंत में, उन्होंने सभी फैंस को स्वास्थ्य और खुशहाली का सबसे जरूरी सूत्र दिया। उन्होंने कहा कि जिंदगी बहुत खूबसूरत है, और इसकी सुंदरता को बनाए रखने के लिए यह बहुत ज़रूरी है कि आपकी सेहत अच्छी हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर सेहत है, तो आप दुनिया की हर खुशी को पूरी तरह से एंजॉय कर सकते हैं। इसीलिए, उन्होंने सभी से सेहत का ख्याल रखने और हमेशा नेक बनने का आग्रह किया।
मुख्य बातें (Key Points)
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अभिनेता धर्मेंद्र ने अपनी शायरी के माध्यम से कहा कि नेकी का कोई अंत नहीं है और यही जीवन का सबसे बड़ा ग्रंथ है।
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उन्होंने बताया कि हर व्यक्ति अपनी तकदीर खुद लिखने की क्षमता रखता है और उसे कभी हार नहीं माननी चाहिए।
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धर्मेंद्र ने लोगों को अपनी सेहत का ख्याल रखने की सलाह दी, क्योंकि अच्छी सेहत ही जीवन की खूबसूरती को बनाए रखती है।
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उन्होंने कहा कि खुशी की लहरें जल्दी चली जाती हैं, जबकि गम की घड़ी देर तक रहती है।






