नई दिल्ली, 19 दिसंबर (The News Air) संसद में मंगलवार को हुई घटनाओं पर व्यथा और पीड़ा व्यक्त करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मेरी किसान और जाट पृष्ठभूमि को निशाना बनाकर मेरा अपमान किया जा रहा है।
उन्होंने कांग्रेस नेता और राज्यसभा के सांसद पी. चिदंबरम को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “सोचिए कि मेरे दिल पर क्या गुजर रही होगी, जब एक सांसद (कल्याण बनर्जी) द्वारा उपराष्ट्रपति का मजाक उड़ाया जा रहा था और आपके एक वरिष्ठ नेता (राहुल गांधी) वीडियोग्राफी कर रहे थे। इसमें मुझ पर व्यक्तिगत हमला किया जा रहा था।”
धनखड़ ने कहा, “यह एक किसान और एक समुदाय का अपमान मात्र नहीं है, यह राज्यसभा के सभापति के पद का निरादर है। और, वह भी एक ऐसी राजनीतिक पार्टी के सदस्य द्वारा जिसने इतने लंबे समय तक शासन किया हो।”
संसद में मंगलवार को एक सांसद (कल्याण बनर्जी) द्वारा उपराष्ट्रपति का मखौल बनाने की घटना पर पीड़ा व्यक्त करते हुए धनखड़ ने कहा, “आज हमें सबसे गिरा हुआ स्तर देखने का मौक़ा मिला।” उन्होंने राज्यसभा में मौजूद कांग्रेस के सांसद चिदंबरम से पूछा, “संसद का एक वरिष्ठ सदस्य, दूसरे सदस्य की वीडियोग्राफी करता है… किसलिए, मैं आपको बताता हूं कि मुझे बहुत कष्ट हुआ है।”
इस तरह की घटनाओं को गंभीर मसला बताते हुए उपराष्ट्रपति ने आगे कहा, “इंस्टाग्राम पर, चिदम्बरम जी, आपकी पार्टी ने एक वीडियो डाला था, जिसे बाद में हटा लिया गया, यह शर्मनाक है। आपने मुझे अपमानित करने, मेरा अपमान करने, एक किसान के रूप में मेरी पृष्ठभूमि का अपमान करने, एक जाट के रूप में मेरे पद का अपमान करने, सभापति के रूप में मेरे पद का अपमान करने के लिए (कांग्रेस) पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता के ‘एक्स’ हैंडल का इस्तेमाल किया गया।”
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा, “मैंने सदन स्थगित कर दिया है। लोगों के मन में इस संस्था के ख़िलाफ़ किस तरह की प्रतिक्रिया है, इसका अंदाज़ा आपको नहीं है और आज हमें इसका सबसे निचला स्तर देखने का मौक़ा मिला।”
उन्होंने कांग्रेस सांसद पी चिदम्बरम से कहा, “आप बहुत वरिष्ठ सदस्य हैं। सोचिये कि मेरे दिल पर क्या गुजर रही होगी, जब आपके एक वरिष्ठ नेता, एक सांसद द्वारा सभापति का मजाक उड़ाने की वीडियोग्राफी कर रहे थे, जिसमें मुझ पर व्यक्तिगत हमला किया जा रहा था। यह राज्यसभा के सभापति के पद का निरादर है।”
राज्यसभा में इस दौरान कुछ सांसद अपनी सीट से खड़े हो गए। इस पर सभापति ने उनसे कहा, “ये मसले बहुत गंभीर हैं, कृपया अपनी सीट पर जाइए।”