Delhi Water Crisis: राष्ट्रीय राजधानी में चल रहे जल संकट के बीच, ओखला और मयूर विहार में पानी के टैंकरों के लिए लोगों की कतार लगी हुई है। सोमवार सुबह हरकेश नगर और चिल्ला गांव से एक ऐसा ही नजारा सामने आया। पानी के टैंकर के आसपास बड़ी संख्या में लोग देखे जा सकते हैं।
पानी के लिए तरसे लोग
इस क्षेत्र के निवासी अपनी दैनिक पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए इन टैंकरों पर निर्भर हैं। हरकेश नगर के एक निवासी ने शिकायत की, “अधिकारी तस्वीरें लेते हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। सुबह एक टैंकर आता है, लेकिन पाइप न होने के कारण हम पानी नहीं भर पाते।” एक अन्य निवासी ने कहा, “हर दूसरे दिन टैंकर आते हैं, जिससे अव्यवस्था और भीड़भाड़ होती है और अक्सर सभी को पानी नहीं मिल पाता।”
मंत्री आतिशी का भूख हड़ताल जारी
इस बीच, आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की जल मंत्री आतिशी 21 जून से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं और पानी के मुद्दे पर केंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। आप नेता आतिशी के अनुसार, जब तक हरियाणा दिल्ली के जल अधिकार नहीं देता और हथिनीकुंड बैराज के गेट नहीं खोलता, तब तक उनका धरना जारी रहेगा। दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने कहा, “आज मेरे अनिश्चितकालीन अनशन का चौथा दिन है। मैं अनशन पर इसलिए बैठी हूं क्योंकि दिल्ली में पानी की भारी कमी है। पिछले 3 हफ्तों से हरियाणा ने दिल्लीवासियों को पानी की आपूर्ति कम कर दी है।
हरियाणा सरकार पिछले 3 हफ्तों से दिल्ली को 100 एमजीडी कम पानी दे रही है।” शनिवार को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आप की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि जल संकट के बारे में आप महासचिव पंकज गुप्ता का पत्र उनके कार्यालय तक कभी नहीं पहुंचा। उन्होंने इसे “मीडिया केंद्रित नाटक” बताया। गुप्ता ने आप नेताओं के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए उपराज्यपाल से मिलने का समय मांगा। सक्सेना ने आप के नेतृत्व वाली सरकार पर जल संकट को लेकर हर साल एक ही तरह का आरोप-प्रत्यारोप का खेल खेलने का आरोप लगाया। सक्सेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “दिल्ली में टैंकरों के पीछे भागते लोगों के दिल दहला देने वाले दृश्य और पानी की कमी की घटनाएं नई नहीं हैं। यह हर साल होता रहा है और हर साल सरकार सोशल मीडिया और प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक ही आरोप-प्रत्यारोप की कहानी दोहराती है।”
(Input From ANI)