Cyclone Senyar Latest Update बंगाल की खाड़ी में एक और चक्रवात बनने की संभावना जताई जा रही है, जिससे भारत के तटीय क्षेत्रों में चिंता बढ़ गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मलक्का जलडमरू मध्य और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब डिप्रेशन (अवदाब) में बदल गया है। अगले 48 घंटों में इसके एक चक्रवात में बदलने की संभावना है, जिसका नाम ‘सेनियार’ (Senyar) होगा।
48 घंटे बेहद अहम, 100 KM/H की रफ्तार का खतरा
मौसम विभाग ने बताया है कि सोमवार (25 नवंबर) को यह सिस्टम पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे जुड़े दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक अवदाब में परिवर्तित हो गया है।
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तेज हवाएं: 25 तारीख की शाम से समुद्र में इसका प्रभाव बढ़ने लगेगा, जहां हवा की गति 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहेगी। 26 तारीख की सुबह यह रफ्तार 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे और कुछ स्थानों पर 80 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
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लैंडफॉल का खतरा: 27 तारीख की सुबह यह गति बढ़कर 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है। यह चक्रवात कब और कहाँ लैंडफॉल करेगा, इसकी सटीक जानकारी फिलहाल नहीं है, लेकिन अनुमान है कि यह उत्तरी आंध्र प्रदेश से लेकर म्यांमार के बीच कहीं तट से टकरा सकता है।
सिस्टम की धीमी गति और अन्य दबाव
इस सिस्टम की गति थोड़ी धीमी हो गई है, जिसका कारण कई अन्य दबावों की जटिल परस्पर क्रिया है:
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दक्षिण पूर्व अरब सागर और कोमोरिन क्षेत्र में मौजूद दो सक्रिय परिसंचलन तंत्र।
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विषुवत रेखा के पास बनने वाली समुद्री वायुमंडलीय तरंगें।
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इसके अलावा, कोमोरीन क्षेत्र और श्रीलंका के पास भी एक नया निम्न दबाव बनने की संभावना दिखाई दे रही है।
ओडिशा तट पर पहुंचने की संभावना कम
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के तापमान में कमी के कारण ओडिशा तटवर्ती इलाकों में हवा शुष्क होगी, जिससे संभावित चक्रवात के ओडिशा तट पर पहुंचने की संभावना कम होगी। चक्रवात कहाँ लैंडफॉल करेगा, यह 27 तारीख की शाम तक ही साफ हो पाएगा।
नाम ‘सेनियार’ का अर्थ क्या है?
इस चक्रवात का नाम ‘सेनियार’ (Senyar) संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने दिया है, जिसका अर्थ ‘शेर’ होता है।
तापमान और ठंड की स्थिति
अगले सात दिनों में तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। हालांकि, विशेषज्ञ प्रोफेसर सुरेंद्रनाथ पशुपालक ने अनुमान लगाया है कि 27 तारीख से राज्य में ठंडी उत्तरीय हवा चलेगी, जिससे तापमान में गिरावट शुरू होगी और कई जगह न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस नीचे जा सकता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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मलक्का जलडमरू मध्य के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अब अवदाब (डिप्रेशन) में बदल गया है।
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यह सिस्टम अगले 48 घंटों में चक्रवाती तूफान ‘सेनियार’ में बदल सकता है, जिसकी हवा की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है।
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लैंडफॉल कहाँ होगा, यह 27 तारीख की शाम तक ही साफ हो पाएगा, लेकिन उत्तरी आंध्र प्रदेश से म्यांमार के बीच टकराने का अनुमान है।
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27 तारीख से ठंडी उत्तरीय हवाएं चलने से कई जगह न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।






