Commodity Market: 1 दिन में कच्चे तेल का दाम 2% से ज्यादा गिरा है। ब्रेंट का भाव 78 डॉलर के नीचे फिसला जबकि WTI में $74 के नीचे कारोबार हो रहा है। इधर एमसीएक्स पर कच्चा तेल 6200 रुपये के नीचे फिसला है। चीन में डिमांड घटने की आशंका और गाजा सीजफायर वार्ता से कच्चे तेल में गिरावट देखने को मिल रही है। ब्रेंट 2 परसेंट फिसलकर 78 डॉलर के नीचे आय। उधर रिकॉर्ड रैली के बाद गोल्ड में भी नरमी देखने को मिल रही है।
दरअसल अमेरिका ने कहा है कि इजरायल संघर्ष विराम के लिए तैयार है। इजरायल अमेरिका समर्थित प्रस्ताव को माना है। एंटनी ब्लिंकन ने बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की है। बता दें कि एंटनी ब्लिंकन अमेरिका के विदेश मंत्री हैं। यूएस का कहना है कि हमास संघर्ष विराम करे और बंधकों को छोड़े। इस बीच ब्लिंकन मिस्र, इजरायल की 3 दिनों की यात्रा पर निकलें है। वहीं चीन की कमजोर मांग ने भी कच्चे तेल पर दबाव बनाया है।
भारत में तेल की खपत बढ़ी
कच्चे तेल में आई गिरावट पर बात करते हुए एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतें कम होने के आसार पहले से ही थे। रूस-यूक्रेन, ईजरायल-गाजा युद्ध में मध्यस्थता बन सकती है। चीन की तरफ से मांग कम होने से कीमतों में गिरावट देखने को मिल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि चीन में भारी आर्थिक संकट की स्थिति बनी हुई है। भारत में तेल की खपत बढ़ रही है। आगे क्रूड 75-90 डॉलर के दायरे में रह सकता है।
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