Udit Raj Controversy: कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज (Udit Raj) का बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) को लेकर दिया गया विवादित बयान राजनीतिक भूचाल ला चुका है। बसपा (BSP) ने इस बयान की कड़ी निंदा करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा (Satish Chandra Mishra) ने कहा कि उदित राज को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
क्या कहा था उदित राज ने?
उदित राज ने लखनऊ (Lucknow) में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि मायावती ने दलित आंदोलन का गला घोंट दिया था और अब समय आ गया है कि उनका ही गला घोंट दिया जाए। उनके इस विवादित बयान के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। बसपा नेताओं ने इसे महिला और दलित समाज के खिलाफ घृणित बयान करार देते हुए कांग्रेस (Congress) से कड़ा ऐक्शन लेने की मांग की है।
बसपा की तीखी प्रतिक्रिया
बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा (Satish Chandra Mishra) ने इस बयान को दलित समाज और स्वाभिमानी भारतीयों पर हमला बताते हुए कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर लिखा,
“कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता उदित राज द्वारा दिया गया बयान न केवल बहन कुमारी मायावती जी का अपमान है, बल्कि पूरे बहुजन समाज और दलितों की गरिमा पर करारा हमला है।”
उन्होंने कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पार्टी ने तत्काल कार्रवाई नहीं की, तो जनता इसका जवाब देगी।
अखिलेश यादव पर भी उठे सवाल
इस विवाद के बीच बसपा ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और उसके अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर भी निशाना साधा। बसपा नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और सपा गठबंधन की चुप्पी इस बयान पर उनकी सहमति को दर्शाती है।
बसपा नेताओं ने सवाल उठाया कि जो अखिलेश यादव हर मंच पर सामाजिक न्याय की बात करते हैं, वह इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं? क्या वह कांग्रेस के इस नेता का समर्थन कर रहे हैं?
आकाश आनंद ने भी की गिरफ्तारी की मांग
मायावती के भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) ने भी उदित राज की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा,
“उदित राज एक दलबदलू नेता हैं। उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए। अगर भाजपा सरकार कार्रवाई नहीं करती, तो इसका मतलब साफ है कि वह भी कांग्रेस के साथ मिली हुई है।”
क्या होगा कांग्रेस का रुख?
इस पूरे विवाद के बाद कांग्रेस पार्टी पर भी दबाव बढ़ गया है कि वह अपने नेता उदित राज के खिलाफ क्या रुख अपनाती है। बसपा ने कहा कि यदि कांग्रेस ने उदित राज को पार्टी से नहीं निकाला, तो इसका मतलब होगा कि वह भी उनके विचारों से सहमत है।
अब देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस इस मामले पर क्या फैसला लेती है और क्या योगी सरकार उदित राज के खिलाफ कोई कानूनी कदम उठाएगी या नहीं।