Congress vs AAP: पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का बचाव करते समय पंजाब विधानसभा में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की भूमिका को सम्मानपूर्वक स्वीकार करना चाहिए था।
यहां जारी एक बयान में, वड़िंग ने कहा कि यही बात कांग्रेस को विशिष्ट बनाती है कि हमारी नीतियां इतनी मजबूत हैं कि हमारे आलोचक भी उनकी रक्षा करने के लिए मजबूर हो जाते हैं और इस उद्देश्य के लिए विशेष सत्र तक बुलाते हैं। उन्होंने उल्लेख किया कि मनरेगा वर्ष 2005 में कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई योजना थी और 20 साल बाद भी ‘आप’ सरकार इसकी रक्षा कर रही है।
वड़िंग ने जोर देते हुए, कहा कि ‘आप’ के नेता मनरेगा की प्रशंसा और रक्षा तो कर रहे थे, लेकिन किसी ने भी इसके निर्माता डॉ. मनमोहन सिंह का नाम लेने की उदारता नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि पंजाब के लिए डॉ. सिंह का विशेष महत्व है, क्योंकि वे इस धरती के महान सपूत थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज का विधानसभा का विशेष सत्र भी वैसा ही एक “समागम” था, जैसे ‘आप’ आम तौर पर करवाती है। उन्होंने सवाल उठाया कि इस सत्र से क्या परिणाम निकला? स्पष्ट शब्दों में, यह सिर्फ़ बिना किसी सामग्री और उद्देश्य का एक समागम था।






