भोपाल, 5 दिसंबर (The News Air) मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने ईवीएम पर सीधे आरोप लगाना शुरु कर दिया है, वहीं भाजपा ने कांग्रेस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। राज्य के विधानसभा चुनाव में 230 सीटों में से 163 सीटें भाजपा और 66 कांग्रेस व एक सीट अन्य को मिली है।
भोपाल में कांग्रेस ने अपने सभी 230 उम्मीदवारों की एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में राज्य भर से उम्मीदवार भोपाल पहुंचे हैं।
बैठक से पहले कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने बड़़ा हमला बोला और कहा कि एग्जिट पोल करने वालों को पहले से परिणाम पता था। यह एग्जिट पोल माहौल बनाने के लिए था।
ईवीएम पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, कई उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्हें अपने ही गांव में 50 वोट नहीं मिले हैं। कांग्रेस के ही पूर्व विधायक संजय यादव ने भी ईवीएम पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि यह भाजपा का बड़ा मैनेजमेंट था, अब तो जनता भी यही कह रही है।
कांग्रेस की हार और उनके नेताओं के बयान पर भाजपा प्रवक्ता हितेष वाजपेयी ने एक्स पर लिखा, “आपने ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे स्वाभिमानी और बड़े नेता का उपहास उड़ाया। आपने तन्खैय्या लोगों को नेताओं के ऊपर बैठकर मन-मर्जी की और विवेक तन्खा जैसे कई जमीनी और अच्छे नेताओं को घर बैठा दिया। आपने भूपेंद्र आगम, अरुण यादव, अजय सिंह, पचौरी, जेपी धनोपिया, शोभा ओझा और यहां तक कि केके मिश्रा जैसे नेताओं पर भी ‘पैसे देकर‘ मॉनिटर बैठा दिए। आप वाकई इंदिरा जी के तीसरे पुत्र की तरह ही रहे, लेकिन आपकी ईगो ने भी कम आतंक नहीं मचाया!”
उन्होंने आगे लिखा, “मेरा एक एक शब्द आपके ही साथियों का दुःख भरा बयान है जो वे कभी नहीं कह पायेंगे या कुछ लोग शायद कह भी दें! आपने हमेशा दिग्विजय सिहं को छोटा दिखाया और यहां तक कि जब उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का फाइनल हो गया था, तब सारा खेल ही बिगाड़ दिया, साब। आपसे सभी मध्यप्रदेश के कांग्रेसी दुखी हैं, साब।”
उन्होंने आगे लिखा, आपने कानपुर का होने पर भी मध्यप्रदेश का भरपूर स्नेह पाया, लेकिन ये याद रखा जाएगा कि आपने मध्य प्रदेश कांग्रेस पर जो पैसे और परिवार की ताकत पर तानाशाही की है, वो हार का प्रमुख कारण है। उम्मीद है आप अपने साथियों की इस अभिव्यक्ति को अब तो सकारात्मक रूप से लेंगे और त्यागपत्र कई वर्षों बाद बरबादियों के जश्न के रूप में ही सही उन्हें कोई खुशी तो देंगे।