फाजिल्का (The News Air) पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने फाजिल्का के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया। इस दौरान वड़िंग ने कहा कि बाढ़ से बॉर्डर बेल्ट को हुए नुकसान के बाद कोई भी अधिकारी नुकसान देखने नहीं पहुंचा। अधिकारियों को प्रभावित गांवों का जायजा लेना चाहिए। इसके अलावा सीमा पर रहने वाले किसानों के नाम से जमीन का मालिकाना हक छीन लिया गया था।
जिसके कारण इन किसानों को मुआवजा नहीं मिल पाता है। वड़िंग ने मांग की है कि इन बाढ़ प्रभावित लोगों को प्रति एकड़ 50 हजार रुपए दिए जाएं।
चन्नी सरकार में उठाया मालिका हक दिलाने का मुद्दा
वड़िंग ने सरकार से इन लोगों के मालिकाना हक के लिए मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाने की बात कही। जब उनसे इस बारे में पूछा गया कि किसानों को मालिकाना हक दिलाने के लिए कांग्रेस सरकार के दौरान कोई मुद्दा क्यों नहीं उठाया गया, तो कहा कि चन्नी सरकार के दौरान उनके द्वारा प्रयास किए गए थे। बाद में विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आचार संहिता लागू हो जाने के कारण कोई समाधान नहीं निकल सका।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष वड़िंग के दौरे के दौरान मौजूद ग्रामीण।
साथ ही वड़िंग ने कहा कि बॉर्डर बेल्ट के किसानों को जमीन का अधिकार दिलाने के लिए किसानों की आवाज विधानसभा में उठाई जाएगी। उन्होंने लोगों के गिरे घरों के लिए डेढ़ लाख मुआवजा और बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों को सरकार की ओर से सूखा राशन देने की मांग की। वड़िंग ने कांग्रेसियों से अपने स्तर पर लोगों की मदद करने और सामान इकट्ठा कर भेजने को कहा।
दोना नानका के ग्रामीणों ने बताया राजनीतिक दौरा
वहीं, इस मौके पर गांव दोना नानका के ग्रामीणों ने इसे राजनीतिक दौरा बताया। ग्रामीण लेख सिंह व अन्य ने कहा कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष का दौरा पूरी तरह राजनीतिक लाभ के लिए किया गया था। उन्होंने कहा कि फिलहाल उनके गांव के बाढ़ प्रभावित लोगों की स्थिति पहले से बेहतर है। प्रशासन भी उनके लिए सभी इंतजाम करने की कोशिश कर रहा है।
ग्रामीणों ने कहा कि अगर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सच में उनकी मदद करना चाहते हैं तो सिर्फ बातें करने की बजाय उन्हें अपनी तरफ से खुलकर मदद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सिर्फ हवा में बातें करने से कुछ नहीं होता।