चंडीगढ़, 22 नवंबर (राज कुमार) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने केंद्र सरकार के एक और प्रस्तावित कदम का कड़ा विरोध किया है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को कहा कि उनकी सरकार बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की उस साजिश को कामयाब नहीं होने देगी, जिसके तहत वह पंजाब से चंडीगढ़ को छीनने की तैयारी कर रही है।
सीएम के कड़े बोल:
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अनुच्छेद 240 में संशोधन: मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार आगामी सत्र में संविधान के अनुच्छेद 240 में संशोधन करके चंडीगढ़ को अन्य केंद्र शासित प्रदेशों के साथ संरेखित करने का प्रस्ताव ला रही है, जिसका कड़ा विरोध किया जाएगा।
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पंजाब का एकमात्र अधिकार: उन्होंने जोर देकर कहा कि चंडीगढ़ पंजाब का अभिन्न अंग था, है और हमेशा रहेगा। यह एक नग्न सत्य है कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार हमारी राजधानी छीनने की साजिश रचकर पंजाब के साथ घोर अन्याय कर रही है।
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अन्याय का इतिहास: भगवंत मान ने दुख व्यक्त किया कि यह शायद ही कोई समानांतर उदाहरण हो कि मूल राज्य को उसकी राजधानी से वंचित कर दिया गया हो, जैसा कि पंजाब के मामले में हुआ है। उन्होंने कहा कि भाषाई राज्यों के गठन के बाद पंजाब ही एकमात्र ऐसा राज्य है, जिसे उसकी राजधानी से वंचित रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की पिछली सरकारों ने भी समय-समय पर पंजाब के साथ घोर अन्याय किया है, और मोदी सरकार अब पंजाब के जख्मों पर और नमक रगड़ रही है। उन्होंने कहा कि सर्वमान्य कानून के अनुसार, चंडीगढ़ पंजाब का हिस्सा है और इसे राज्य को वापस दिया जाना चाहिए।






