Yamuna Water Controversy: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि “हरियाणा पर झूठे आरोप लगाने के लिए केजरीवाल को दिल्ली और हरियाणा के लोगों से माफी मांगनी चाहिए!”
CM सैनी बुधवार को दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर (Delhi-Haryana Border) पर पहुंचे, जहां उन्होंने यमुना नदी (Yamuna River) के पानी का आचमन किया और इसे स्वच्छ बताया।
🚨 Yamuna Water Controversy: झूठ बोल रहे हैं केजरीवाल?
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि हरियाणा सरकार ने यमुना नदी में ज़हर मिला दिया है, जिससे दिल्ली के लोगों को दूषित पानी मिल रहा है। इस पर CM सैनी ने कहा –
➡️ “यमुना का पानी पूरी तरह साफ है, और इसका प्रमाण केंद्रीय जल प्राधिकरण (Water Authority of India) की रिपोर्ट है।”
➡️ “दिल्ली सरकार अपनी **नाकामी छिपाने के लिए झूठ फैला रही है।”
💰 8,500 करोड़ का हिसाब दे केजरीवाल!
📌 मुख्यमंत्री सैनी ने दिल्ली सरकार से 8,500 करोड़ रुपये का हिसाब मांगा, जो केंद्र सरकार ने यमुना की सफाई और सीवेज प्रबंधन के लिए दिए थे।
🔴 CM सैनी का बड़ा आरोप:
“केंद्र सरकार ने दिल्ली के लिए 8,500 करोड़ रुपये दिए, लेकिन केजरीवाल सरकार ने इसे कहा खर्च किया?”
“दिल्ली में कोई नया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट नहीं बना, सीवेज सिस्टम ठप पड़ा है!”
- “यमुना को साफ करने का वादा किया था, लेकिन केजरीवाल सरकार ने कुछ नहीं किया!”
🚨 हरियाणा सरकार का दावा – दिल्ली को साफ पानी भेजते हैं!
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Pollution Control Board) की रिपोर्ट के मुताबिक:
✔️ हरियाणा बॉर्डर पर यमुना का पानी पूरी तरह साफ है।
✔️ दिल्ली में पहुंचने के बाद ही पानी की गुणवत्ता खराब हो जाती है।
✔️ दिल्ली के बाद जब हरियाणा को वापस पानी मिलता है, तब यह अत्यधिक प्रदूषित होता है।
💥 झूठ की राजनीति कर रहे हैं केजरीवाल?
🛑 CM सैनी ने केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए कहा –
✔️ “केजरीवाल 10 साल से दिल्ली वालों से झूठे वादे कर रहे हैं!”
✔️ “हर बार कोई नया झूठ फैलाकर राजनीति चमकाने की कोशिश करते हैं!”
✔️ “पहले पराली का झूठ, अब यमुना का झूठ!”
📍 चुनाव से पहले बढ़ी सियासी हलचल!
🗳️ क्या केजरीवाल सरकार पर लगे आरोप चुनावी मुद्दा बनेंगे?
🗳️ क्या दिल्ली में जल संकट के लिए केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है?
👉 दिल्ली और हरियाणा के बीच यमुना जल विवाद अब बड़ा सियासी मुद्दा बनता जा रहा है।