The News Air- पंजाब के CM भगवंत मान ने मंगलवार को एक और बड़ा फ़ैसला किया। भगवंत मान ने विधानसभा के अंदर राज्य में एडहॉक पर काम कर रहे ग्रुप C और D के 35 हज़ार कर्मचारियों को पक्का करने की घोषणा की। मान ने कहा कि अब जल्द ही विधानसभा में इसका मसौदा रखा जाएगा। मंजूरी के बाद इन कर्मचारियों को रेगुलर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। CM मान ने साफ़ कर दिया कि पंजाब में AAP की सरकार कॉन्ट्रैक्ट और आउटसोर्सिंग सिस्टम बंद करेगी।
प्रचार के दौरान कच्चे कर्मचारियों ने रखी थी मांग
CM भगवंत मान ने कहा कि जब हम चुनाव प्रचार करते थे तो बहुत सारे कच्चे कर्मचारी मिलते थे। वह कहते थे कि वह 18 साल से कच्चे कर्मचारी के तौर पर काम कर रहे हैं। हर वक़्त नौकरी पर तलवार लटकती रहती है। हमसे ज़्यादा रक़म पर साइन करवाए जाते हैं लेकिन वेतन कम मिलता है। बाक़ी मार्जिन ठेकेदार या आउटसोर्सिंग वाली कंपनियां ले ज़ाती हैं। हमने उन्हें पक्का करने का वादा किया था।
अफ़सरों से मीटिंग हो चुकी, चीफ़ सेक्रेटरी को मसौदा तैयार करने को कहा
मान ने कहा कि मैंने अफ़सरों से मीटिंग कर ली है। चीफ़ सेक्रेटरी को कह दिया है कि ठेका प्रणाली से पीछा छुड़ाओ। मान ने कहा कि हैरानी की बात है कि सरकारी स्कूल टीचरों से ख़ाली पड़े हैं और सामने वाली टंकी पर योग्य टीचर धरना दे रहे हैं। हम नई जॉब भी क्रिएट करेंगे लेकिन पहले कच्चे कर्मचारी पक्के करेंगे। चीफ़ सेक्रेटरी को कहा है कि अगली विधानसभा से पहले इसका मसौदा बनाकर भेजो। इसे वहाँ से पास करवाकर हम लागू करेंगे।
चन्नी बोर्ड लगाने तक रह गए
कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का दावा कांग्रेस की पिछली सरकार में भी हुआ था। तत्कालीन CM चरणजीत चन्नी ने तो चुनावी लाभ के लिए बोर्ड तक लगवा दिए थे। जिसमें 36 हज़ार कर्मचारी पक्के करने का दावा किया गया। हालांकि जब गवर्नर ऑफ़िस ने ऑब्जेक्शन की बात बताई तो चन्नी की पोल खुल गई। जिसके बाद चुनाव में भी कांग्रेस सरकार को इससे बड़ा झटका लगा।