सभी विपक्षी नेताओं को चर्चा के लिए खुला निमंत्रण देकर भगवंत मान ने एक बार फिर साबित किया कि वह पंजाब के सबसे पारदर्शी, ईमानदार और साहसी सीएम हैं : मलविंदर सिंह कंग
बहस और चर्चा लोकतंत्र के महत्वपूर्ण हिस्से हैं, विपक्षी नेताओं को बातचीत से नहीं भागना चाहिए, कंग
पंजाब के लोगों को एसवाईएल, चंडीगढ़, बीबीएमबी आदि सभी मुद्दों के लिए जिम्मेदार लोगों के बारे में पता होना चाहिए : कंग
पारंपरिक पार्टियों के नेताओं ने अपने राजनीतिक और निजी फायदे के लिए एसवाईएल जैसे मुद्दों का इस्तेमाल किया, अब वे लोगों को गुमराह कर रहे हैं : कंग
हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है, लेकिन अकाली, भाजपा और कांग्रेस नेताओं के दोहरे चेहरे बेनकाब हो जाएंगे – कंग
चंडीगढ़, 8 अक्टूबर (The News Air) आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा विपक्षी नेताओं को राज्य के मुद्दों पर आकर बहस करने के खुले निमंत्रण के बाद कहा कि सीएम मान पंजाब के अब तक के सबसे पारदर्शी, ईमानदार और साहसी सीएम हैं। खुली बहस का यह निमंत्रण इसका एक और प्रमाण है।
चंडीगढ़ में पार्टी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, आप पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि बहस और चर्चा लोकतंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। मुख्यमंत्री द्वारा विपक्षी नेताओं को पंजाब के विभिन्न मुद्दों पर आने और बहस करने का निमंत्रण अभूतपूर्व है। हम मुख्यमंत्री भगवंत मान के इस फैसले का स्वागत करते हैं क्योंकि पंजाब के लोग राज्य के सभी मुद्दों के लिए जिम्मेदार लोगों के नाम जानने के हकदार हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कंग के साथ पार्टी के अन्य प्रवक्ता राजविंदर कौर थियाड़ा, गोविंदर मित्तल, जसतेज अरोड़ा, बिक्रमजीत पासी और बब्बी बादल भी मौजूद थे।
कंग ने कहा कि मान सरकार पंजाब के किसानों और युवाओं के लिए पूरी लगन से काम कर रही है। मान सरकार सभी वित्तीय और सामाजिक मुद्दों को हल करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है और पंजाब को पटरी पर लाने के लिए लगातार जनहितकारी फैसले ले रही है।
उन्होंने दोहराया कि एसवाईएल, चंडीगढ़, बीबीएमबी आदि के मुद्दे अकाली दल, भाजपा और कांग्रेस की पिछली सरकारों की ‘देन’ हैं। अब ये लोग उन्हीं मुद्दों पर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह बादल ने एसवाईएल के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी की, उनके हरियाणा समकक्ष देवी लाल ने उनके कदम का स्वागत किया और कहा कि यह उनकी दोस्ती का धन्यवाद था कि बादल ने भूमि अधिग्रहण को अधिसूचित किया।
वहीं कांग्रेस सीएम दरबारा सिंह ने एक हलफनामा दायर किया कि हरियाणा को कितना भी पानी दे दिया जाए उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। फिर तत्कालीन कांग्रेसी मुख्यमंत्री और अब भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कपूरी- पटियाला से एसवाईएल का उद्घाटन किया। कंग ने कहा कि यह सब रिकॉर्ड में है इसलिए हर कोई जानता है कि इस मुद्दे के लिए कौन जिम्मेदार है और किसने पंजाब के अधिकारों की कीमत पर राजनीतिक लाभ उठाया।
कंग ने स्पष्ट किया कि एसवाईएल का निर्माण नहीं होगा क्योंकि हमारे पास इसे बनाने के लिए न तो जमीन नहीं है और न ही अतिरिक्त पानी। अब पंजाब खुद पानी की गंभीर समस्या का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब अध्यक्ष सुनील जाखड़ एक कांग्रेसी होने के नाते कहा करते थे कि प्रधानमंत्री इस मुद्दे को सुलझा सकते हैं लेकिन वह पंजाब के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे को सुलझाने के लिए क्यों नहीं कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन नेताओं के पास वर्तमान सरकार पर व्याख्यान देने का कोई नैतिक आधार नहीं है क्योंकि उन्होंने इस मामले पर जो किया वह सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए किया।
कंग ने विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, पीपीसीसी अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और भाजपा के पंजाब अध्यक्ष सुनील जाखड़ को मुख्यमंत्री भगवंत मान के खुली बहस के निमंत्रण को स्वीकार करने की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि हमारे पास छिपाने या डरने के लिए कुछ भी नहीं है। हमारी सरकार अभी डेढ़ साल पहले ही बनी है। ये मुद्दे अकाली भाजपा और कांग्रेस की सरकारों के सौजन्य से हमारे पास आए हैं। लेकिन हम पंजाब के हितों की रक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं और करते रहेंगे।