नई दिल्ली, 25 दिसंबर (The News Air) दिल्लीवालों को “आप” सरकार की एक और सौगात मिली है। सीएम आतिशी ने बुधवार को आनंद विहार फ्लाइओवर का उद्घाटन कर इसे जनता को समर्पित किया।
इस मौके पर सीएम आतिशी ने दिल्ली के सभी लोगों को बधाई देते हुए कहा कि, “ये नया फ़्लाइओवर दिल्ली की तरक्की को नया आयाम देगा। उन्होंने कहा कि, बाक़ी सरकारों में सरकारी काम की लागत और समय दोनों कई गुणा बढ़ जाते है लेकिन दिल्ली की ईमानदार सरकार ने इस फ़्लाइओवर को लागत से कम में तैयार करके दिखाया है। उन्होंने कहा कि, दिल्ली में शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने और लोगों को शानदार सुविधाएं देने के बाद भी आज दिल्ली देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जिसका मुनाफे का बजट है। ये इस बात का उदाहरण है कि, अगर सरकार की नीयत साफ़ तो जनता को हर सुविधा देकर उनकी जिंदगी बेहतर बनाई जा सकती है।
आनंद विहार के नए फ़्लाइओवर से रोजाना लाखों लोगों को मिलेगा ट्रैफिक जाम से निजात
सीएम आतिशी ने कहा कि, “ये 2.2 किमी का 6 लेन का फ़्लाइओवर आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर जाता है। पूर्वी दिल्ली और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोगों को आनंद विहार से ऑसर बॉर्डर जाने में ट्रैफिक की समस्या का सामना करना पड़ता था ये सड़क अपने ट्रैफिक जाम के लिए जानी जाती थी। लेकिन मुझे इस बात को बताते हुए ख़ुशी है कि, अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में दिल्ली सरकार ने दिल्ली के इस बड़े ट्रैफिक कंजेक्शन वाले स्थान पर 2.2 किमी लंबा ये शानदार फ्लाइओवर तैयार किया है। जिससे पूर्वी और उत्तरी-पूर्वी दिल्ली के लाखों लोगों को बड़ी राहत मिली है और रोजाना के ट्रैफिक से छुटकारा मिला है।”
फ्लाइओवर से 3 ट्रैफिक सिग्नल कम होंगे, रोज़ तक़रीबन 40300 लीटर पेट्रोल-डीजल की बचत होगी
सीएम आतिशी ने साझा किया कि, “इस फ्लाइओवर से इस रोड पर 3 ट्रैफिक लाइट कम हो गई है और ट्रैफिक न होने से यहाँ से गुजरने वाली हर गाड़ी के कम से कम 12 मिनट बचेंगे। इस एक फ़्लाइओवर से हर रोज़ 1.5 लाख से ज़्यादा लोगों की आवाजाही होगी और रोज़ तक़रीबन 40300 लीटर पेट्रोल-डीजल की बचत होगी। इससे कार्बन गैस का उत्सर्जन भी कम होगा जो तक़रीबन 5900 पेड़ों जितनी हवा साफ़ करने के बराबर है।”
उन्होंने कहा कि, हम न सिर्फ़ दिल्लीवालों को सहूलियत दे रहे है बल्कि दिल्ली में पिछले 10 साल से जो इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहे है। चाहे स्कूल, अस्पताल, सड़कें, फ़्लाइओवर हो वो देश में तरक़्क़ी की नई मिसाल पेश कर रहे है।
लागत से 25 करोड़ कम रुपये में तैयार हुआ फ़्लाइओवर, ये ईमानदार सरकार की पहचान
सीएम आतिशी ने कहा कि, “हम देश में जब से फ़्लाइओवर या दूसरे इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार होते देखते है तो ये देखते है कि जो फ़्लाइओवर 2 साल में 100 करोड़ रुपये की लागत से बनने है, उसे बनते बनते 5 साल हो जाते है और उसकी लागत 500 करोड़ रुपये पहुँच जाती है। सरकारी प्रोजेक्ट्स पर ख़र्चों का कई गुना बढ़ना आम बात है लेकिन ये सिर्फ़ दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार है जिसनें लगातार 10 साल से जो भी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट बनाया है, समय से पहले और कम खर्च में बनाया है।”
उन्होंने साझा किया कि,”आनंद विहार फ़्लाइओवर बनाने की अनुमानित लागत भी 372 करोड़ रुपये थी। कोई और सरकार होती तो ये कई गुना बढ़ जाता। लेकिन दिल्ली में ईमानदार सरकार है इसलिए ये फ़्लाइओवर 372 करोड़ रुपये के बजाए 347 करोड़ रुपये में बन गया और 25 करोड़ रुपये की बचत हुई।”
आनंद विहार फ़्लाइओवर आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा पिछले 10 साल में फ़्लाइओवर/अंडरपास/एलिवेटेड कॉरिडोर संबंधित 38वाँ बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट
सीएम आतिशी ने साझा किया कि, “आनंद विहार फ़्लाइओवर के उद्घाटन के साथ ये पिछले 10 साल में 38वाँ इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट फ़्लाइओवर/अंडरपास/एलिवेटेड कॉरिडोर है, जो दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने बनवाया है। इसका नतीजा है कि, दिल्ली की सड़कें जो ट्रैफिक जाम के कारण जानी जाती थी। आज दिल्ली की सड़कें अपने शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से जानी जाती है।”
अपने शानदार रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के दम पर दुनिया में सबसे ज़्यादा ट्रैफिक वाले शहरों में दिल्ली 10 सालों में चौथे से 44 वें स्थान पर पहुँचा
सीएम आतिशी ने साझा किया कि, “हर कुछ साल में एक अंतर्राष्ट्रीय सर्वे किया जाता है। वो सर्वे बताता है कि, ट्रैफिक के मामले में दुनिया की सबसे कंजस्टेड सड़कें किस शहर में है। 2014-15 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से पहले दिल्ली दुनिया में सबसे ज़्यादा ट्रैफिक वाले शहरों में चौथे स्थान पर था। लेकिन पिछले 10 साल में जो काम हमारी सरकार ने किया। जो सड़कें बनवाई, फ़्लाइओवर बनवाये, अंडरपास-एलिवेटेड कॉरिडोर बनवाए। सड़कों का डिज़ाइन बेहतर करवाया। इसके कारण आज दिल्ली 44 वें नंबर पर आ गया। इसका मतलब है कि, दिल्ली की सड़कों से ट्रैफिक जाम खत्म हुआ और गाड़ी चलाने वालों को सहूलियत हुई है।”
दिल्ली में पिछले 10 सालों में बड़े स्तर पर हुआ मेट्रो का विस्तार; 200 किमी नई लाइनें बिछाई गई, 250 किमी नई लाइनें बिछाई जा रही है
सीएम आतिशी ने कहा कि, “पिछले 10 सालों में दिल्ली में मेट्रो का भी बड़े स्तर पर विस्तार हुआ। 2015 तक दिल्ली मेट्रो में पिछले 17-18 सालों में मात्र 200 किमी मेट्रो लाइनें बिछाई गई थी। जितनी मेट्रो लाइनें 18 साल में बिछाई गई, उतनी ही मेट्रो लाइनें अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में दिल्ली सरकार ने मात्र 10 सालों में बिछा कर दिखा दी। और 250 किमी नई लाइनें बिछाई जा रही है। यानी 10 साल में मेट्रो के 450 किमी नई लाइनों का विस्तार आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार ने किया है।उन्होंने कहा कि, चाहे सड़कें बनाने की बात हो, सीसीटीवी कैमरा लगाने की बात हो, स्ट्रीट लाइट लगाने की बात हो, ई-बसों की शानदार फ्लीट तैयार करनी हो आज दिल्ली हर मामले में दुनिया के शीर्ष शहरों में पहुंच गई है।”
सीसीटीवी कैमरा के मामले में दिल्ली ने लंदन-न्यूयॉर्क को भी पछाड़ा
सीएम आतिशी ने कहा कि, “10 साल पहले तक दिल्ली में 20-25 हज़ार सीसीटीवी कैमरा होते थे लेकिन आज दिल्ली में लाखों सीसीटीवी कैमरा लगाए गए है और दिल्ली ने प्रति किलोमीटर क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा के मामले में लंदन और न्यूयॉर्क को भी पीछे छोड़ दिया है। दुनिया में अगर सबसे सीसीटीवी कैमरा किसी शहर में है तो दिल्ली में है और वो अरविंद केजरीवाल जी की आम आदमी पार्टी की सरकार ने लगवाए है।”
उन्होंने कहा कि, “10 साल पहले दिल्ली की सड़कों पर मात्र 67 हज़ार स्ट्रीट लाइटें थी लेकिन आज उसकी संख्या बढ़कर 4 लाख से ज़्यादा हो गई है। हर गली, हर सड़कों पर आज स्ट्रीट लाइट है और कोई जगह अंधेरा नहीं रहा है।”
देश में बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में टॉप राज्य दिल्ली, पीक गर्मी में भी लोगों को बिना पावरकट 24×7 बिजली दी
सीएम आतिशी ने कहा कि, “सड़क, फ़्लाइओवर, अंडरपास, सीसीटीवी कैमरा, स्ट्रीट लाइट के अलावा अगर दिल्ली किसी चीज में पूरे देश में नंबर 1 है तो बिजली के इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में है। आज पूरे देश में कोई एक शहर है जो 24 घंटे बिजली देता है वो सिर्फ दिल्ली है। इस साल तेज गर्मी पड़ी, तापमान 52 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचा, पीक डिमांड 8500 मेगावाट तक पहुँचा लेकिन दिल्ली में एक पावरकट नहीं हुआ। 24 घंटे बिजली आई जो पूरे देश में कहीं नहीं हो रहा।”
दिल्ली देश की एकमात्र मुनाफे में चलने वाली सरकार, 10 साल में दिल्ली का बजट 2.5 गुणा बढ़ा
सीएम आतिशी ने कहा कि, हमनें फ़्लाइओवर बनाए, सड़क बनाये, सीसीटीवी कैमरा लगवाये, इलेक्ट्रिक बसें ख़रीदी, स्ट्रीट लाइटें लगवाई, स्कूल बनवाये, अस्पताल बनवाये, बिजली फ्री-पानी फ्री दिया, मोहल्ला क्लिनिक में इलाज फ्री दिया, महिलाओं के लिए बस यात्रा फ्री दी इस सब के बावजूद अगर पूरे देश में सिर्फ़ एक सरकार जो मुनाफ़े में चलती है वो दिल्ली सरकार है। आम आदमी पार्टी की सरकार है।”
उन्होंने कहा कि, “2015 से पहले दिल्ली का बजट 30,000 करोड़ रुपये होता था। 10 साल में आम आदमी पार्टी की सरकार ने अरविंद केजरीवाल जी के मार्गदर्शन में अपने बजट को 2.5 गुना बढ़ाया और बजट 30 हज़ार करोड़ रुपये से बढ़कर इस साल दिल्ली का बजट 77,000 करोड़ पर पहुँच गया। बजट में इतना ज़्यादा इजाफा किसी सरकार में नहीं हुआ। और इसमें केंद्र सरकार दिल्ली को एक रुपया नहीं देती फिर भी दिल्ली सरकार मुनाफे का बजट चलाती है क्योंकि दिल्ली में ईमानदार सरकार है।”
अगर सरकार की नीयत साफ़ तो जनता को हर सुविधा देकर उनकी जिंदगी बेहतर बनाई जा सकती है
सीएम आतिशी ने कहा कि, “दिल्ली सरकार ने पिछले 10 सालों में साबित कर दिया है कि यदि आपकी नियत साफ़ है, अगर आप ईमानदार है तो आप अपने राज्य के लोगों को हर संभव सुविधा दे सकते है, फ्री दे सकते है, उनकी जिंदगी को बेहतर बना सकते है। बस सही नियत की जरूरत है।”
नए फ्लाईओवरों से जनता को होने वाले लाभ
आनंद विहार आरओबी और अप्सरा बॉर्डर आरओबी के बीच रोड नंबर-56 पर ये फ्लाइओवर करीब 2.2 किमी लंबा और छह लेन का है। इससे रामप्रस्थ कॉलोनी, विवेक विहार और श्रेष्ठ विहार रेड लाइट पर लगने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या से लोगों को मुक्ति मिल जाएगी। इस फ्लाई ओवर से होकर प्रतिदिन औसतन 1.5 लाख वाहन गुजरेंगे। जिन्हें आवागमन में काफी सहूलियत हो जाएगी।
आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर के बीच फ्लाईओवर
-6 लेन के फ्लाईओवर का निर्माण
-आसपास के इलाकों के लोगों को फ्लाईओवर से सीधी कनेक्टिविटी मिले इसके लिए 2 अप-डाउन रैंप का निर्माण
-फ्लाईओवर का इस्तेमाल करने वाले लोगों को मिलेगा 3 रेडलाइट से निजात
इस फ्लाईओवर पर प्रतिदिन करीब 1.5 लाख वाहन गुजरेंगे। एक बार सफर करने पर वाहन चालकों का करीब 12 मिनट बचेगा। साथ ही, 30,000 घंटे प्रतिदिन मैन पावर की बचत होगी। कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन 1.5 टन कम होगा। रोजाना 40,000 लीटर से ज़्यादा ईंधन की बचत होगी और प्रति वर्ष लोगों के 138 करोड़ रुपए की बचत होगी।