नई दिल्ली, 21 दिसंबर (The News Air) क्रिसमस (Christmas), हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला हिस्ट्री और कल्चर से जुड़ा हुआ एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है। इस दिन ईसाई धर्मावलम्बियों ने यीशु मसीह के जन्म की खुशी को याद करते हुए उत्सव मनाना आरंभ किया था। इस दिन को ‘ईसा क्रिसमस’ भी कहा जाता है।
धार्मिक दृष्टि से, क्रिसमस को ईसा मसीह के जन्म की स्मृति में मनाया जाता है, जिसे बाइबिल में सुलगाने के रूप में जाना जाता है। हालांकि, यह एक सामाजिक और पारंपरिक त्योहार भी है जो लोगों को एक-दूसरे के साथ जोड़ता है और खुशी की भावना को बढ़ाता है। इस दिन क्रिसमस कैरोल्स भी गाए जाते हैं जो ईसाई संप्रदाय के गाने होते हैं और जो इस त्योहार की आत्मा को बढ़ावा देते हैं। कुछ लोग चर्च जाकर प्रार्थना भी करते हैं और इस दिन को एक धार्मिक और सामाजिक सांस्कृतिक घटना के रूप में मनाते हैं।
क्रिसमस के दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं, गिफ्ट्स एक दूसरे को देते हैं, और खासतर से तैयार की गई खास भोजन का आनंद लेते हैं। घरों को सजाया जाता है, क्रिसमस ट्री लगाया जाता है, और बाजारों में शॉपिंग किया जाता है। बच्चे सांता क्लॉज के आगमन का स्वागत करते हैं और उनसे उपहार मांगते हैं। इस दिन की शाम को बड़े आनंद के साथ बिताने का रिवाज है, और कई जगहों पर आत्मगान और नृत्य का आयोजन किया जाता है।
क्रिसमस त्योहार को धूप और रौंगतें भरी गई एक विशेष प्रकार की पेशेवरी, रंग-बिरंगे लाइट्स, और सजीव एवं सुंदर क्रिसमस की कथाओं के साथ बनाए रहने का भी एक तात्कालिक तरीका माना जाता है।
यह त्योहार विभिन्न देशों और समुदायों में अलग-अलग रूपों में मनाया जाता है, लेकिन सामान्यत: दुनियाभर में इसे बड़े धूमधाम और खुशी के साथ मनाया जाता है।